भोपाल। वायुयानों के सुरक्षित और बाधारहित आवागमन के लिए एयरफील्ड पर यथा संभव कार्यवाही तुरतं प्रारंभ की जाएगी। कमिश्नर गुलशन बामरा ने यात्रियों की सुविधा के दृष्टिगत एयरपोर्ट से शहर में आवागमन को भी सुचारू बनाए रखने के लिए एयरपोर्ट आवागमन के मार्गों से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए हैं।

मंगलवार को संभागायुक्त गुलशन बामरा की उपस्थिति में एयरफील्ड एनवायरमेंट मैनेजमेंट समिति की बैठक हुई। बैठक में जिला प्रशासन, नगर निगम, पुलिस विभाग, वन एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी तथा कई एयरलाइंस के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

एयरपोर्ट अथॉरिटी के अधिकारी के.एल.अग्रवाल ने बताया कि विमानतल के नजदीक खुली मांस और मछली की दुकाने हटाने का बैठक में निर्णय हुआ है जिससे पशु-पक्षी विमान प्रचालन क्षेत्र में आकर्षित नहीं हों। विमानतल के प्रचालन क्षेत्र में जैकाल एवं कुत्ते आदि के प्रवेश से खतरे को देखते हुए वन विभाग आवश्यक कदम उठाएगा।

श्री अग्रवाल ने बताया कि विशेष अभियान चलाकर पशुओं को पकड़ा गया तथा प्रवेश रोकने के लिये प्रचालन क्षेत्र को पैरामीटर वाल से कवर भी किया गया है। फिर भी पशुओं के प्रवेश में वृद्धि के दृष्टिगत वन विभाग के सहयोग से सतत अभियान चलाकर प्रचालन क्षेत्र को पशु मुक्त किए जाने का निर्णय लिया गया है।

श्री अग्रवाल ने बताया कि भोपाल विमानतल से एयर कनेक्टिविटी एवं एयर कार्गों की नियमित सेवा प्रारंभ करने की आवश्यकता है। भोपाल विमानतल पर अंतर्राष्ट्रीय उड़ान के लिये आवश्यक अधोसरंचना मानकों के अनुसार उपलब्ध है। श्री अग्रवाल ने बताया कि गांधीनगर के झुग्गीवासियों द्वारा बाउंड्री वॉल क्षतिग्रस्त कर हवाई अड्डा क्षेत्र में खुले में शौच और मवेशियों को चराने के उपयोग रोकने के लिए पुलिस द्वारा इस संबंध में समय-समय पर सघन कार्यवाही की जाएगी।

बैठक में विमानतल के आस-पास के क्षेत्र जैसे लाउखेड़ी एवं सीटीओ क्षेत्र में स्थित खुली सिवेज ड्रेनेज लाइन को बंद करने, विमानतल पर 108 एम्बुलेंस सेवा उपलब्ध कराने, भारत सरकार के गजट नोटिफिकेशन GSR751(E) का अनुपालन करने भारत स्काउट एण्ड गाईड को विमानतल से अन्यत्र शिफ्ट करने, महिला यात्रियों की सुरक्षा के संबंध में संबंधित विभागों से यथाशीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।