आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : आज वर्ल्ड कप 2023 का सबसे बड़ा मुकाबला, यानी भारत बनाम पाकिस्तान का मैच है। इस मुकाबले का एक ट्रेंड रहा है, जब-जब ये दोनों टीमें आमने सामने रही, तब-तब सड़कें खाली नजर आती और स्टेडियम हाउसफुल।
ये राइवलरी इतनी खास क्यों हैँ? ये जानेंगे हमारे क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन से…
पाकिस्तान को 7 में से एक भी वर्ल्ड कप मुकाबला नहीं जीता
1992 से 2019 तक भारतीय क्रिकेट टीम और पाकिस्तान 7 वर्ल्ड कप मुकाबले खेल चुकी है। ये सातों मैच भारत ने जीते है। रोहित एंड कंपनी इस वर्ल्ड कप में 8वीं बार ये कारनामा करना चाहेगी। वहीं बाबर आज की कप्तानी में पाकिस्तान अपने दोनों वर्ल्ड कप मुकाबले जीतता आ रहा है, टीम की कोशिश भारतीय टीम के जीत के रिकॉर्ड को तोड़ने पर होगी।
‘मैच जीतने का प्रेशर दोनों टीमों पर’
क्रिकेट एक्सपर्ट अयाज मेमन बताते हैं, कि भारतीय टीम और पाकिस्तानी टीम पर मैच जीतने का बराबर प्रेशर है। मैच का नतीजा, पहले तो इस बात से तय होगा कि टीम का टैलेंट पूल यानी, खेलने वाले 11 खिलाड़ीयों में मैच जिताने की क्षमता कितनों में है। वहीं, दूसरा फैक्टर खेलने वाले खिलाड़ियों किस तरह से मैच के प्रैशर को संभालते हैं, ऐसे प्लेयर्स मुश्किल परिस्थिति से टीम को निकाल पाते हैं।
सचिन के नाम सबसे ज्यादा रन; वेंकटेश हैं सबसे कामयाब गेंदबाज
टीम इंडिया और पाकिस्तान की वर्ल्ड कप राइवलरी में, सबसे ज्यादा रन मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने नाम है। तेंदुलकर ने वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ 313 रन बनाए हैं। जिसमें 3 अर्धशतक शामिल है। वहीं, भारत पाकिस्तान वर्ल्ड कप मुकाबलों में सबसे सफल गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद हैं। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए दोनों वर्ल्ड कप मुकाबलों में, 8 विकेट लिए हैं।
मुकाबलों का जितना प्रेशर खिलाड़ियों पर, उतना ही फैंस पर भी
भारत पाकिस्तान मुकाबलों के प्रैशर के बारे में बताते हुए, अयाज मेमन ने 1999 वर्ल्ड कप का एक किस्सा साझा किया। उन्होंने बताया, भारत पाकिस्तान के मैच के बाद दोनों टीमों के फैंस के बीच थोड़ी कहा-सुनी हो गई थी। उन लोगों के बीच हाथापाई की नौबत तक आ गई थी।
वो मैच जो भारत ने टीम एफर्ट से जीते
1992 वर्ल्ड कप मैच, सचिन की कमाल की पारी
इस मुकाबले में जब श्रीकांत जल्दी आउट हो गए। तब अजय जडेजा ने 46 रन की पारी और भारतीय टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन की 32 रनों की पारी ने भारतीय बल्लेबाजी को संभाला। लेकिन भारत की बैटिंग में इकलौता अर्धशतक सचिन तेंदुलकर ने, उन्होंने 54 रन की पारी खेली। सचिन के अलावा, विनोद कांबली और कपिल देव की आक्रामक पारियों की वजह से, भारतीय टीम ने 216 रन बनाए।
भारतीय गेंदबाजों ने कमाल का प्रदर्शन किया, 103 रन पर पाकिस्तान का तीसरा विकेट गिरा। 62 रन का पारी खेलकर पाकिस्तानी कप्तान आमेर सोहेल 62 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद पाकिस्तान के अगले 7 बल्लेबाज सिर्फ 68 रन ही बना सकें।
1996 वर्ल्ड कप क्वॉर्टर फाइनल मैच
बेंगलुरू के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला गए इस मुकाबले में, भारत ने पहले बल्लेबाजी की। ओपनर्स नवजोत सिंह सिद्धू और सचिन तेंदुलकर ने 90 रन की पार्टनरशिप की। सिद्धू ने 93 रन की जबरदस्त पारी खेली। लेकिन अगले तीन बल्लेबाज जल्दी पवेलियन लौट गए। इस मैच के बारे में बताते हुए अयाज मेेमन कहते हैं, कि अपनी 45 रनों की तूफानी पारी में अजय जडेजा ने एक अच्छे फिनिशर की सब खूबियां दिखाई। वकार यूनिस जैसे खतरनाक गेंदबाज के सामने उन्होंने बहुत कॉन्फिडेंस से क्रिकेट खेला।
दूसरी पारी में पाकिस्तान के बल्लेबाजों ने अच्छी शुरूआत दिलाई। पाकिस्तान की टीम 113 रन पर थी, जब टीम के दोनों ओपनर्स पवेलियन लौट गए। इसके बाद पाकिस्तान की बल्लेबाजी ज्यादा रन नहीं बना सकें। पाकिस्तान 248 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई, भारत 39 रन से मैच जीत गया।
2011 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल, हर बॉलर ने लिए 2 विकेट
मोहाली में खेले गए इस मैच में, टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की। भारत की बैटिंग में, इकलौता अर्धशतक मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने लगाया। उन्होंने 85 रनों की जबरदस्त पारी खेली। 50 ओवर्स में भारतीय टीम 260 रन का स्कोर बनाया।