सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कआईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया के सबसे बड़े टैलंट सर्च में आए खिलाड़ियों को जिला एथलेटिक्स फेडरेशन के अधिकारियों की लापरवाहियों का खामियाजा उठाना पड़ रहा है। यहां अहमदाबाद में चल रही चैंपियनशिप में हिस्सा लेने आए आधे से अधिक खिलाड़ियों को किराया तक नहीं मिला है। ऐसे में खिलाड़ियों को अपने खर्चे पर चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए आना पड़ रहा है। कोई कर्ज लेकर आ रहा है, तो कोई अपने सपने पूरे करने के लिए चंदा जुटाकर आया है।

एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया 19वीं नेशनल इंटर डिस्ट्रिक्ट जूनियर मीट (NIDJM) का आयोजन टैलेंट सर्च के लिए करता है। दिग्गज जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा इसी टूर्नामेंट की खोज हैं।

21 साल पुराने इस टूर्नामेंट में इस बार 616 जिलों से 5000 से ज्यादा एथलीट भाग ले रहे हैं।

खिलाड़ियों को क्यों नहीं मिल रहा टीए

अंडर-14 और अंडर-16 की इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों के खर्चे कर वहन करती है। फेडरेशन सीधे जिला संघ के बैंक खातों में यह राशि भेजती है, लेकिन पिछले कुछ साल से आधे से अधिक खिलाड़ियों को यह राशि नहीं मिल पा रही है। क्योंकि आधे से अधिक जिला संघों ने फेडरेशन की वेबसाइट में अपनी पंजियन नहीं कराया है और फेडरेशन के पास इन खिलाड़ियों की जानकारी नहीं है। ​​​​​​​

आधे से ज्यादा संघों ने नहीं दिया अकाउंट नंबर

अहमदाबाद 616 जिले के एथलीट भाग ले रहे हैं। सभी ने ऑनलाइन अपना रजिस्ट्रेशन करवाया था, लेकिन 616 में से सिर्फ 320 जिलों ने ही बैंक अकाउंट नंबर दिया है। इनमें बिहार के 39 में से सिर्फ 10 जिलों ने ही अकाउंट नंबर दिए हैं।

क्या कहते हैं खिलाड़ी…?

कोच पटना में छोड़कर चले गए, पैसा आज तक नहीं मिला

बिहार के अररिया के आए मोहम्मद जावेद अली ने बताया कि पिछले साल का भी किराया भत्ता और डेली अलाउंस अब तक नहीं मिला है। पिछले साल NIDJM पटना में हुआ था। तब हमारे कोच ने बताया कि पटना में जाने के बाद पता चलेगा कि किराया मिलेगा या नहीं। पटना जाने के बाद वह हमें छोड़ कर चले गए। हमें किराया का पैसे आज तक नहीं मिला।

इस साल भी हम लोग अपना पैसा लगाकर आए हैं। इस पर टीम के कोच विवेक कुमार कहते हैं कि मैं पहली बार टीम लेकर आया हूं। हमें जिला एसोसिएशन से हमें कुछ भी नहीं दिया गया है। बच्चे खुद ही किराया लगाकर आए हैं।