सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : सोमवार से सावन माह की शुरुआत हो गई है। पूरे माह 6 विशेष संयोग का योग है। 71 साल बाद ऐसा खास संयोग बन रहा है कि सावन की शुरुआत सोमवार से हो रही है और यह माह सोमवार को ही समाप्त होगा। आज ब्रह्ममुहूर्त से ही घरों और मंदिरों में रुद्राभिषेक हो रहे हैं। शहर सभी मंदिरों में भक्तों की लंबी-लंबी कतार हैं। शिवालय ॐ नमः शिवाय से गूंज रहे हैं।
भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए यह माह विशेष है। शहर वासियों ने सावन का पहला सोमवार को विशेष पूजन की तैयारी पहले से ही कर ली थी। रविवार को पूजन-पाठ की सामग्री बेचने वाली दुकानों पर भीड़ रही। इसके साथ ही मंदिरों में भी अनुष्ठान के अलावा पूजा, अभिषेक के खास इंतजाम किए गए हैं। शहर में विभिन्न स्थानों पर पूरे माह में करीब सवा करोड़ से ज्यादा पार्थिव शिवलिंग का निर्माण किया जाएगा। इसी के साथ कई मंदिरों में भजन होंगे।
बड़वाले महादेव मंदिर विशेष श्रृंगार
बड़वाले महादेव मंदिर में शाम को बाबा बटेश्वर का मनमहेश्वर स्वरूप में श्रृंगार किया जाएगा। मंदिर समिति के संजय अग्रवाल ने बताया प्रातः काल नियमित एवं समिति के संकल्पित सेवादारों द्वारा रुद्राभिषेक होगा। इसके बाद शाम 6 बजे से श्रृंगार होगा। रात 8 बजे महाआरती, भजन संध्या, महामृत्युंजय जाप एवं मध्य रात्रि में शयन आरती होगी।
इस माह 150 कथाएं पूरे शहर में
भोपाल और आसपास के इलाकों में 150 श्रीमद भागवत कथा, श्रीराम कथा, शिवपुराण का आयोजन किया जा रहा है।
गुफा मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़
गुफा मंदिर में ब्रह्ममुहूर्त से ही श्रद्धालुओं की भीड़ है। यहां गुफा स्थित शिवलिंग की पूजन के लिए लोग ब्रह्ममुहूर्त से भी पहले पहुंच गए थे। मंहत रामप्रवेश दास जी महाराज ने पंडित लेखराज शर्मा के आचार्यत्व में विशेष पूजा कराई इसके बाद मंदिर के पट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए।
आज कहां-क्या खास
- भोजपुर के ऐतिहासिक शिव मंदिर में भी पहले सावन सोमवार को 501 किलों के फूलों से शृंगार किया जाएगा।
- गुफा मंदिर में सुबह 5 बजे से भगवान भोलेनाथ का अभिषेक, पुष्पों से शृंगार और पूजा-आरती की जाएगी।
- हनुमान मंदिर करोंद में 25 जुलाई से 31 जुलाई तक सवा करोड़ शिवलिंग बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
- दुर्गाधाम मंदिर अशोका गार्डन में शिव का दुग्धाभिषेक। बड़वाले महादेव मंदिर में भगवान बटेश्वर का मनमहेश स्वरुप में फूलों आदि से शृंगार किया जाएगा।