सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: साप्ताहिक को-आर्डिनेशन रिव्यु मीटिंग महाप्रबंधक शोभना बंदोपाध्याय की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में अपर महाप्रबंधक आर. एस. सक्सेना सहित मुख्यालय के प्रमुख मुख्य विभागाध्य क्ष उपस्थित थे। साथ ही तीनों मण्डलों के मंडल रेल प्रबंधक भी वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जुड़े रहे। इस बैठक में सेफ्टी, स्टेशन रि-डेवलपमेंट, फ्रेट लोडिंग, अधोसरंचनात्मक कार्य के अंतर्गत आरओबी/आरयूबी एवं एफओबी के कार्यो जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर विचार-विमर्श किया गया। इसके साथ ही रेल परिचालन में संरक्षा एवं पंचुअल्टी और गुड्स ट्रेनों की गति में वृद्धि करने के लिए कारगर उपायों को सुनिश्चित करने पर जोर देने की बात कही गई।

Weekly coordination review meeting was held under the chairmanship of General Manager Shobhana Bandopadhyay
बैठक की शुरुआत में शोभना बंदोपाध्याय ने रेलवे संरक्षा को पहली प्राथमिकता देने का निर्देश दिया है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को संरक्षा को मजबूत बनाने के लिए सेफ्टी ड्राइव हेतु समय-समय पर स्टेशनों, ट्रैकों एवं ब्रिजों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। साथ ही रेल परिचालन में संरक्षा की गतिविधियों और रेलखंडों में गेटमैन की पैट्रोलिंग बढ़ाई जाय। पश्चिम मध्य रेल पर चल रहे अधोसरंचना निर्माण कार्यों के अंतर्गत आरओबी/आरयूबी (एलएचएस) एवं एफओबी के कार्यो में गति पकड़ने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा अमृत स्टेशन योजना के तहत चल रहे स्टेशन रि-डेवलपमेंट के कार्यो में तेजी लाने और समयसीमा में पूर्ण करने सम्बन्धी आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। मीटिंग के दौरान महाप्रबंधक ने कहा कि यात्री सुविधाओं पर विशेष जोर देने की जरुरत है, तथा माल लदान में वृद्धि लाते हुए, रेलवे राजस्व में बढ़ोत्तरी के उपायों पर चर्चा की। उन्होंने रेलगाड़ियों की पंक्चुअलिटी मॉनिटर करने, एवं ट्रेनों की स्पीड सबंधी कार्यों तथा सेफ्टी पर जोर देने की बात कही।
महाप्रबंधक ने इंफ्रास्ट्रक्चर के कार्यो की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि रेलवे के लिए संरक्षा सर्वोपरि है। उन्होंने यात्री सुविधाओं में बढ़ोत्तरी के कार्य और नई परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा की और सम्बंधित अधिकारियों को काम में तेजी लाने के निर्देश दिये।
श्रीमती बंदोपाध्याय ने विभागीय प्रमुखों और मंडल रेल प्रबंधकों को निर्देश दिए कि वे मानसून के दौरान सुरक्षा एवं संरक्षा और यात्री सुविधाओं को प्राथमिकता देते हुए समय से ट्रेनों का संचालन सुनिश्चित करे।