आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: नोएडा में 34 साल के बैटर को क्रिकेट की पिच पर हार्ट अटैक आ गया। साथी बैटर और फील्डिंग टीम के खिलाड़ी उसे CPR देते रहे, लेकिन खिलाड़ी की मौके पर ही मौत हो गई। 34 साल का मृतक विकास नेगी इंजीनियर था, जो नोएडा में कॉर्पोरेट लीग के मैच खेल रहा था।

14वें ओवर में आया हार्ट अटैक…… जानिए उस समय क्या हुआ

नोएडा में कॉर्पोरेट लीग के दौरान मैवरिक्स इलेवन और ब्लैजिंग बुल्स का मैच चल रहा था। मैवरिक्स टीम बल्लेबाजी कर रही थी। उमेश कुमार और विकास पिच पर थे। 14वां ओवर चल रहा था। उमेश ने चौका लगाया। विकास नॉन-स्ट्राइकर एंड से उन्हें बधाई देने के लिए स्ट्राइकर एंड की ओर गए। उमेश के पास पहुंचने के पहले ही विकास पिच पर गिर गए।

यह देख दोनों टीमों के खिलाड़ी पिच पर दौड़ गए। कुछ खिलाड़ियों ने विकास की जान बचाने के लिए उन्हें CPR दिया। उन्हें कुछ देर जमीन पर बैठाकर रखा गया। जब तबीयत में सुधार नहीं हुआ तो उन्हें नोएडा के नजदीकी हॉस्पिटल में ले गए। लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी था, हॉस्पिटल पहुंचते ही विकास को मृत घोषित कर दिया गया।

7 रन पर बैटिंग कर रहे थे नेगी

हार्ट अटैक से पहले विकास अपनी टीम के लिए 7 रन बनाकर बैटिंग कर रहे थे। उन्होंने 6 गेंदें खेल ली थीं, तब उनकी टीम का स्कोर 13.5 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 143 रन था। मुकाबला यूट्यूब पर लाइव ब्रॉडकास्ट हो रहा था। ब्लैजिंग बुल्स ने पहले बैटिंग करते हुए 19.2 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 183 रन बनाए थे।

दोनों टीमों के बीच मुकाबला S&B इंडिया एनुअल क्रिकेट टूर्नामेंट में हो रहा था। हादसे के बाद टूर्नामेंट रोक दिया गया।

मुंबई में गेंद लगने से बुजुर्ग की मौत

एक अन्य मामले में मुंबई में 52 साल के बुजुर्ग की सिर पर गेंद लगने से मौत हो गई। सोमवार दोपहर को मतुंगा के दादगर क्रिकेट ग्राउंड पर जयेश चुन्नीलाल सावला फील्डिंग कर रहे थे। फील्डिंग के दौरान उनका ध्यान मैच पर था, तभी पीछे से एक बॉल आई और उनके सिर पर लग गई।

हादसे के वक्त ग्राउंड पर 2 मैच चल रहे थे, सावला को दूसरे मैच से आती बॉल लगी। बॉल लगते ही वह घबरा कर जमीन पर गिर गए। उन्हें तेजी से हॉस्पिटल ले जाया गया लेकिन एडमिट करने के पहले ही डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

मतुंगा में कच्छी समाज ने एक क्रिकेट टूर्नामेंट आयोजित किया है। इसी टूर्नामेंट में दोनों मुकाबले खेले जा रहे थे। अब हादसे के बाद टूर्नामेंट रोक दिया गया है।

क्या होता है CPR?

CPR का फुलफॉर्म कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन है। यह एक लाइफ सेविंग टेक्निक है, जिसका इस्तेमाल हार्ट अटैक (दिल का दौरा) के दौरान किया जाता है। अगर किसी इंसान के दिल की धड़कने बंद हो जाए तो घर से अस्पताल जाने के दौरान CPR लाइफ सेविंग का काम करता है।