सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : बालों की देखभाल के लिए शंखरा का ब्राह्मी भृंगराज तैला – एक पारंपरिक समाधान आधुनिक जीवनशैली के लिए

व्यस्त दिनचर्या, बढ़ता तनाव और बदलता मौसम—इन सभी के बीच बालों की सेहत बनाए रखना एक बड़ी चुनौती बन गया है। बाल झड़ना, पतले होते बाल और समय से पहले सफेदी अब आम समस्याएं बन चुकी हैं। इन चिंताओं को समझते हुए, शंखरा लेकर आया है ब्राह्मी भृंगराज तैला, एक ऐसा आयुर्वेदिक हेयर ऑयल जो बालों की जड़ों को मजबूत करने, स्कैल्प को पोषण देने और निरंतर आत्म-देखभाल को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है।

भारत में बालों में तेल लगाना सदियों से आत्म-देखभाल का हिस्सा रहा है। इन्हीं पारंपरिक प्रथाओं से प्रेरणा लेते हुए, यह फॉर्मूला आधुनिक जीवनशैली की ज़रूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है।

शंखरा का ब्राह्मी भृंगराज तैला 100% प्राकृतिक अवयवों से बना है और यह सभी प्रकार के बालों के लिए उपयुक्त है, चाहे वे रंगे हुए हों या नहीं। इस तेल का मुख्य घटक है भृंगराज, जिसे बालों की देखभाल के लिए “जड़ी-बूटियों का राजा” कहा जाता है। यह बालों की जड़ों को मज़बूती देता है, बालों की ग्रोथ को सपोर्ट करता है, टूटने से बचाता है और समय से पहले सफेदी को रोकने में मदद करता है।

ब्राह्मी स्कैल्प को शांति प्रदान करता है और रक्त संचार को बेहतर बनाता है, वहीं नारियल तेल और तिल का तेल गहराई से पोषण और हाइड्रेशन प्रदान करते हैं, जिससे स्कैल्प स्वस्थ बना रहता है।

इस तेल को पारंपरिक तैला पक विधि से हस्तनिर्मित तरीके से तैयार किया गया है—एक धीमी प्रक्रिया, जो हर घटक की पूरी शक्ति को बनाए रखती है। चाहे आपके बाल रूखे हों, तैलीय, क्षतिग्रस्त या रंगे हुए, यह तेल बालों की निरंतर देखभाल और लंबे समय तक स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए उपयुक्त है।

शंखरा इंडिया की प्रमुख, आस्था कटपिटिया कहती हैं,

“पीढ़ियों से तेल लगाना बालों की देखभाल का एक विश्वसनीय तरीका रहा है। शंखरा के ब्राह्मी भृंगराज तैला के साथ, हम इस परंपरा को एक अर्थपूर्ण और समर्पित रूप में फिर से प्रस्तुत कर रहे हैं, ताकि आज की जीवनशैली में भी यह सहज रूप से जुड़ा रहे।”

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