सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : क्षेत्रीय रूपक महोत्सव का आयोजन केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय भोपाल परिसर के द्वारा दिनांक 10 जनवरी 2025 तक आयोजित किया जा रहा है।
इस महोत्सव में देश के हरियाणा, राजस्थान, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेश, दिल्ली,मध्यप्रदेश समेत राज्यों के संस्कृत महाविद्यालयों हरियाणा संस्कृतविद्यापीठ बघौला एकरसानन्द आदर्श महाविद्यालय मैनपुरी, केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के लखनऊ परिसर,नासिक परिसर, भोपाल परिसर, तथा जगद्गुरुरामानन्दाचार्य संस्कृत विश्वविद्यालय जयपुर ,कालिदास संस्कृत विश्वविद्यालय रामटेक नागपुर, श्रीलालबहादुर संस्कृत विश्वविद्यालय नईदिल्ली, आदि विश्वविद्यालयों महाविद्यलयों के प्रतिनिधि नाट्यदलों के द्वारा संस्कृत भाषा में लिखे गये लोक जीवन की घटनाओं पर केन्द्रित रूपकों की प्रस्तुतियां की जावेगी ।
कुछ विशेष प्रस्तुतियों में ध्रुपदगायन तथा नाट्यशास्त्राध्ययन केन्द्र की भी सम्मिलित होगी । ये सभी प्रस्तुतियां भारत की सांस्कृतिक एकता को एक सूत्र में प्रस्तुत करने वाली होगी । क्षेत्रीयरूपक महोत्सव का उद्घाटन विश्वप्रसिद्ध संस्कृत के विद्वान् मनीषी आचार्य राधावल्लभत्रिपाठी के करकमलों तथा संस्कृत के वरेण्य विद्वान् आचार्य सदाशिवकुमार द्विवेदी, निदेशक, भारत अध्यन केन्द्र, काशीहिन्दू विश्वविद्यालय वाराणसी के सारस्वत आतिथ्य नीलाभ तिवारि सह -निदेशक की उपस्थिति में भवभूतिसभागार में सम्पन्न होगा ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भोपालपरिसर के माननीय निदेशक रमाकान्त पाण्डेय करेंगे । इस दो दिवसीय क्षेत्रीय रूपक महोत्सव में देश के संस्कृत रंगकर्मियों के कलाकौशल की अभिराम प्रस्तुतिया मध्यप्रदेश के सांस्कृतिकधरातल की श्रीवृद्धि में गौरवपूर्ण होगी । संस्कृत पढने वाले छात्रों के द्वारा प्रस्तुत की जाने वाले रूपको में मन्त्रदानम, मंजुला, महादानम, धरित्रीपतिनिर्वाचनम्, विकसतु एषा कलिका,प्रतिभा परीक्षणम्, महिमयभारतम्, नेतृलीलायितम्, दीपदानम्, पल्लीकमलम् आदि हैं। कार्यक्रम के संयोजक कृपाशंकर शर्मा ने बताया कि भारत की आत्मा संस्कृत है। संस्कृत के रूपकों की प्रस्तुतियाँ भारत के भव्य स्वरूप को प्रदर्शन करने वाली होगी । इन नाटको का प्रथम बार मंचन कलाकारों में रोमांच उत्पन्न करने वाला होगा । इसके माध्यम से संस्कृत के छात्रो को रोजगार की दिशा मे अवसर प्राप्त होगा । सभी संस्कृत प्रेमी रंगकर्मी नाट्यसमारोह में आमन्त्रित है।

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