शासकीय नवीन लॉ कॉलेज में धार्मिक कट्‌टरता फैलाने के आरोपों में घिरे कॉलेज प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान तक पहुंचना पुलिस के लिए पहेली बन गया है। केस दर्ज होने के बाद से ही प्राचार्य परिवार सहित फरार हैं। परिवार के लोगों के बारे में भी कोई सुराग पुलिस को नहीं मिला है। दो अतिथि विद्वान भी अंडर ग्राउंड है। उनके मोबाईल भी बंद हैं। अभाविप के सवाल पर गृहमंत्री ने जल्द ही गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है।

​​​​​घर पर चस्पा नोटिस में ये लिखा

कॉलेज प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान को शिकायत के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया। कॉलेज का प्रभारी प्राचार्य डॉ.नरेंद्र देव को बनाया गया है। प्राचार्य डॉ.नरेंद्र देव की तरफ से निलंबन आदेश डॉ.इनामुर्रहमान को भेजा गया लेकिन घर पर ताला लगा होने से आदेश को चस्पा कर दिया।

1- आदेश में लिखा है कि ‘आपके द्वारा महाविद्यालय में सामाजिक समरसता एवं सौहार्द्रपूर्ण वातावरण बनाए रखने की जिम्मेदारी निभाने में लापरवाही बरतने तथा महाविद्यालय के शिक्षकों द्वारा की जा रही अनुशासनहीनता को रोकने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही नहीं की गई। उक्त तथ्यों की पुष्टि क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक भोपाल नर्मदापुरम संभाग भोपाल के जांच प्रतिवेदन में होती है।

2- डॉ.इनामुर्रहमान का निलंबन अवधि में मुख्यालय क्षेत्रीय अतिरिक्त संचालक, उच्च शिक्षा इंदौर संभाग नियत किया गया है। निलंबन अवधि में नियमानुसार जीलन निर्वाह भत्ते की पात्रता रहेगी। अपनी उपस्थिति तत्काल चिन्हित स्थान पर दर्ज करवाकर कार्यालय को सूचित करें।

न्यायिक जांच की मांग, अतिथि शिक्षकों के मोबाइल बंद

अभाविप के मालवा प्रांत मंत्री घनश्याम सिंह चौहान ने बताया कि मामले में प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान और प्रोफेसर मिर्जा मोजिज बेग की गिरफ्तारी के अलावा गृहमंत्री से मामले में न्यायिक जांच की मांग की है। शिक्षक फिरोज अहमद मीर और सुहेल वानी की भी जांच होना चाहिए। दोनों अंडर ग्राउंड हैं और उनके मोबाइल भी बंद आ रहे हैं। विभागीय कार्यवाही कर दोषियों को बख्शा नहीं जाना चाहिए।

ये है मामला

दरअसल, पिछले दिनों शासकी नवीन लॉ कॉलेज में स्टूडेंट ने प्राचार्य डॉ.इनामुर्रहमान को ज्ञापन सौंपा था। जिसमें कॉलेज में शिक्षकों पर धार्मिक कट्‌टरता फैलाने के आरोप लगाए थे। बाद में एक स्टूडेंट की शिकायत पर भंवरकुआं थाने में पुलिस ने गंभीर धाराओं में प्राचार्य डॉ.रहमान, प्रोफेसर मिर्जा मोजिज बेग, लेखिका डॉ.फरहत खान और प्रकाशक अमर लॉ पब्लिकेशन के खिलाफ केस दर्ज किया। मामले की जांच के बाद उच्च शिक्षा विभाग ने प्राचार्य, प्रोफेसर सहित कॉलेज के दो अन्य शिक्षक फिरोज अहमद मीर और सुहेल वानी को निलंबित कर दिया। वहीं लेखिका की एक अन्य किताब भी सामने आई है, जिसमें विवादास्पद कंटेंट है। किताब के प्रकाशक सेंट्रल लॉ पब्लिकेशन की तलाश में यूपी पुलिस की टीम गई है। वहीं प्रोफेसर मिर्जा की तलाश में इंदौर और खरगोन स्थित घर पर दबिश दी गई लेकिन वह नहीं मिला।