सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता रवि सक्सेना ने कहा कि जिस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण और चिंताजनक घटना दिल्ली के कोचिंग इंस्टीट्यूट में घटित हुई है, उसकी पुर्नावृत्ति कहीं मध्यप्रदेश में भी ना हो जाये, इसलिए सरकार को मध्यप्रदेश में संचालित हो रहे कोचिंग सेंटरों की विस्तृत जांच कराना चाहिए। ये कोचिंग सेंटर कहीं बेसमेंट में तो कहीं जर्जर इमारतों में तो संचालित नहीं हो रहे हैं। क्या इन कोचिंग सेंटर्स में सुरक्षा की दृष्टि से फायर फायटिंग इक्युपमेंटस, सीसीटीवी कैमरे स्थापित किये गये हैं तथा सुचारू रूप से कार्य कर रहे हैं अथवा नहीं।
श्री सक्सेना ने कहा कि कोचिंग सेंटर्स में एक-एक बेच में सौ-सौ बच्चों को एक साथ बैठाकर शिक्षा का व्यवसायीकरण कर मखौल उड़ाया जा रहा है, इस पर भी तत्काल रोक लगायी जाये तथा शिक्षा विभाग के मापदण्ड अनुसार एक बेच में 40 बच्चों के बैठने के निर्धारण का सख्ती से पालन कराया जाये। यह भी देखने में आ रहा है इन कोचिंग सेंटर्स में अध्ययन कराने के लिए उचित फेकल्टी हैं कि नहीं?
श्री सक्सेना ने कहा कि प्रदेश में संचालित हो रहे कोचिंग सेंटर्स में पालकों से हजारों रूपये फीस के रूप में वसूले जा रहे हैं, किंतु सुविधाओं के नाम पर अव्यवस्था और अराजकता का बोलवाला है। सरकार से अपेक्षा है कि समय सीमा में कोचिंग सेंटर्स की जांच कराकर बच्चों की जानमाल और उनके भविष्य से खिलवाड़ करने वाले कोचिंग सेंटर्स पर उच्च स्तरीय जांच कमेटी बनाकर निश्चित समयसीमा में रिपोर्ट प्राप्त कर उल्लंघन करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्यवाही की जाये।