सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: एनआईटीटीटीआर भोपाल के वर्ष 2024-2025 के वार्षिक अकादमिक ट्रेनिंग प्रोग्राम के कैलेन्डर को निदेशक प्रो. सी.सी त्रिपाठी द्वारा जारी किया गया। प्रो. त्रिपाठी ने इस अवसर पर कहा की सभी प्रोग्राम राज्यों की मांग, राष्ट्रीय आवश्यकता एवं प्राथमिकताओं के अनुसार होंगे। इन कार्यक्रमों में आगामी अकादमिक वर्ष में कुल 324 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे।

इस कैलेन्डर में119 विभागीय प्रोग्राम, 12 राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 10 एनबीए अक्रेडिटेशन, आउटकम बेस्ड एजुकेशन, 4एडवांस पेडागोजी, इंडियन नॉलेज सिस्टम, 18 बिज़नेस एंड सॉफ्ट स्किल्स, इमर्जिंग टेक्नोलॉजी, 5 विकसित भारत, 8 पीएम गति शक्ति, इंस्टीटूशनल डेवलपमेंट प्लान, सेंटर ऑफ एक्सपेरिएंसियल लर्निंग, विदेश मंत्रालय द्वारा प्रायोजित फॉरेन टीचर्स के लिए कार्यक्रम, मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन, 9 राजभाषा, विभिन्न केंद्रीय संस्थानों के साथ 6 संयुक्त कार्यक्रम आदि शामिल हैं।

इन कार्यक्रमों में देश भर के शिक्षक भाग ले सकेंगे। इन संस्थानों के सपोर्टिंग स्टाफ की क्षमता संवर्धन के लिए भी 13 ट्रेनिंग की जाएगी। इस वर्ष निटर भोपाल के सेंटर ऑफ़ एक्सीलेंस में टीचर्स के लिए 16 विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे जिससे उनको प्रैक्टिकल नॉलेज प्रदान किया जा सके। 70 प्रोग्राम निटर एक्सटेंशन सेंटर्स पर आयोजित किये जायेंगे। सभी ट्रेनिंग प्रोग्राम संस्थान के लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम ई-प्रशिक्षण के माध्यम से किये जायेंगे।

देशभर के शिक्षक निटर भोपाल की वेबसाइट के माध्यम से इन प्रोग्राम में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। सभी प्रोग्राम राज्यों की मांग एवं राष्ट्रीय आवश्यकता एवं प्राथमिकताओं के अनुसार होंगे। आज दुनिया सेमीकंडक्टर के क्षेत्र में भारत की और देख रही हे।निटर भोपाल अपने प्रस्तावित ऑउटसौर्सेड सेमीकंडक्टर असेंबली एंड टेस्ट (ओसेट) स्किलिंग सेंटर के माध्यम से भी विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित कर देश के इस महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य में सहभागी बनने का प्रयास भी करेगा।

शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार द्वारा एनआईटीटीटीआर भोपाल को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा प्रदान किया गया हे शीघ्र ही यहाँ इमर्जिंग एरिया में अंडर ग्रेजुएट पोस्ट ग्रेजुएट, पीएचडी ,पोस्ट डॉक्टरोल प्रोग्राम्स भी स्टार्ट होने बाले हैं। इस अवसर पर प्रो. आशीष देशपांडे, प्रो. पी.के पुरोहित, प्रो. चंचल मेहरा, प्रो. हुसैन जीवाखान, डॉ. अजय शंकर, डॉ प्रकाश हरदाह, जितेन्द्र चतुर्वेदी एवं अन्य फैकल्टी स्टाफ मेंबर्स उपस्थित थे।