आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन रणतुंगा ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) के सचिव जय शाह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। रणतुंगा ने कहा कि जय शाह का श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के अधिकारियों पर दबदबा है। उनकी मिलीभगत की वजह से ही श्रीलंका की क्रिकेट का बुरा हाल हो रहा है।

श्रीलंका की टीम भारत में चल रहे वनडे वर्ल्ड कप में 9 में से 7 लीग मैच हार गई और 10 टीमों में 9वां स्थान हासिल किया। श्रीलंका सेमीफाइनल में पहुंचने से चूक गया और साथ ही 2025 में होने वाली ICC चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भी क्वालिफाई नहीं कर सका।

1996 में श्रीलंका को वर्ल्ड कप विजेता बनाने वाले कप्तान ने कहा- श्रीलंकाई क्रिकेट को जय शाह चला रहे हैं। जय शाह के दबाव के कारण हमारा क्रिकेट बोर्ड बर्बाद हो रहा है। भारत का एक शख्स श्रीलंका क्रिकेट को बर्बाद कर रहा है।

श्रीलंका बोर्ड में चल रही उथल-पुथल

वर्ल्ड कप में श्रीलंका के खराब प्रदर्शन के बाद वहां के खेल मंत्री रोशन रणसिंघे ने 6 नवंबर को श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को बर्खास्त कर दिया था। साथ ही एक अंतरिम बोर्ड का गठन भी किया था। अर्जुन रणतुंगा को नए अंतरिम बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

खेल मंत्री के आदेश के बाद श्रीलंकाई क्रिकेट बोर्ड को कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा। बोर्ड की अपील पर अदालत ने देश के क्रिकेट बोर्ड को बर्खास्त करने के खेल मंत्री के फैसले को रद्द कर दिया। यानी रणतुंगा अंतरिम अध्यक्ष नहीं बन सके।

ICC ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को सस्पेंड किया

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड (SLC) को इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) ने शुक्रवार (10 नवंबर) को सस्पेंड कर दिया। ICC ने बोर्ड में सरकार की दखलअंदाजी के बाद उसकी सदस्यता को तत्काल प्रभाव से छीन लिया।

श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के प्रेसिडेंट रह चुके हैं रणतुंगा

अर्जुन रणतुंगा 1982 से 2000 तक यानी 18 साल श्रीलंका के लिए खेले। रिटायरमेंट के बाद वे क्रिकेट एडमिनिस्ट्रेटर भी बने। 2008 से 2009 तक वे श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड के प्रेसिडेंट रहे। रणतुंगा राजनीति में भी सक्रिय हैं। वे श्रीलंका की सरकार में चार मंत्रालय भी संभाल चुके हैं। बतौर मंत्री उनका आखिरी कार्यकाल 2018-19 में रहा था। तब वे श्रीलंका के सिविल एविएशन मिनिस्टर थे।

BCCI और SLC ने अब तक नहीं दिया है जवाब

रणतुंगा के आरोपों पर अब तक भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड और श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड की ओर से कोई जवाब नहीं आया है। रणतुंगा पहले भी कई बार यह आरोप लगा चुके हैं कि भारतीय क्रिकेट बोर्ड दुनियाभर के क्रिकेट संघों पर दबदबा बनाकर रखना चाहता है।