सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए गुरुवार को केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी वाराणसी में थी। वे एक रैली को संबोधित कर रही थी। इसी दौरान स्टेज पर लगा माइक खराब हो गया। उन्होंने राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा- कहीं माइक वाले का नाम राहुल तो नहीं।
वहीं, गुरुवार को AIMIM चीफ ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद सीट से चुनाव लड़ने वाली भाजपा प्रत्याशी माधवी लता भी वाराणसी में ही थी। उन्होंने दैनिक भास्कर के साथ बातचीत में कहा- औवेसी ने हैदराबाद में सब बर्बाद कर दिया। वे हिटलर से बदतर हैं।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश बोले- हमने चुनाव आयोग में PM के खिलाफ 14 शिकायतें कीं, लेकिन एक पर भी कार्रवाई नहीं हुई
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा- हमने 77 दिनों में चुनाव आयोग से 117 शिकायतें कीं। ये शिकायतें आचार संहिता समेत कई अन्य उल्लंघनों के बारे में थीं। इनमें 14 शिकायतें नरेंद्र मोदी, 8 शिकायतें CM योगी और 3 शिकायतें गृहमंत्री अमित शाह के खिलाफ की गईं,लेकिन कई ऐसी शिकायतें हैं, जिनपर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
उन्होंने आगे कहा- कांग्रेस पार्टी का चुनाव प्रचार बहुत ही सकारात्मक था। ये ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का परिणाम है। कांग्रेस ने 23 जनवरी से 16 मार्च तक देश के सामने 5 न्याय और 25 गारंटी रखी। इसके माध्यम से श्रमिक न्याय, युवा न्याय, किसान न्याय, हिस्सेदारी न्याय, नारी न्याय की बात की गई। कांग्रेस ने जनता को 5 न्याय और 25 गारंटी दी है। इसके साथ ही हमने संविधान की सुरक्षा को प्राथमिकता दी है।
यही कारण है कि 4 जून को INDIA गठबंधन को निर्णायक बहुमत मिलने जा रहा है। कांग्रेस ने ‘न’ से न्याय के आधार पर अपनी बात रखी और अपना प्रचार किया। वहीं, नरेंद्र मोदी और BJP ने ‘म’ से मंदिर, मंगलसूत्र, मटन, मुजरा जैसे शब्दों के आधार पर अपना प्रचार किया। इन सबके बाद अब प्रधानमंत्री ध्यान लगाने चले गए हैं। जिस आदमी ने पूरे 10 साल लोगों का ध्यान भटकाया, अब वह ध्यान लगा रहे हैं।
भाजपा के आरोप- कांग्रेस SC, ST, OBC का आरक्षण छीनकर मुसलमानों को देंगे’ के जवाब में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा- लोकसभा, विधानसभा, जिला पंचायत सभी में सीटें जनसंख्या में अनुपात के आधार पर तय होती हैं। हर राज्य वहां की जनसंख्या में अनुपात के आधार पर आरक्षण देता है। हमारा आरक्षण छीनकर इनको देने का सवाल ही पैदा नहीं होता।