भोपाल । वर्तमान में राजधानी में सामान्य से छह फीसद कम बारिश हुई है। वहीं मप्र के 16 जिलों में सामान्य से 20 से लेकर 43 फीसद तक कम वर्षा हुई है। उधर बरसाती सीजन समाप्त होने में अभी 16 ‎दिन शेष है। इस दौरान बरसात की कमी भी पूरी हो सकती है। वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बने चार शक्तिशाली वेदर सिस्टम के असर से मंगलवार से मध्यप्रदेश में झमाझम बारिश का सिलसिला शुरू होने की संभावना है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक अच्छी बारिश का दौर दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। इससे सितंबर माह में प्रदेश में बारिश का कोटा पूरा होने की भी उम्मीद है। मंगलवार को प्रदेश के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश के आसार हैं। विशेषकर भोपाल, शहडोल, सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा भी होने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक मंगलवार को भोपाल, शहडोल, सागर, जबलपुर, रीवा, होशंगाबाद, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर एवं चंबल संभाग के जिलों में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है। इस दौरान भोपाल, शहडोल और सागर संभागों के जिलों में कहीं-कहीं भारी बारिश भी हो सकती है। मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में ओडिशा पर एक गहरा अवदाब का क्षेत्र बना हुआ है। दक्षिणी गुजरात पर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय है। मानसून ट्रफ गुजरात पर बने कम दबाव के क्षेत्र से खंडवा, अंबिकापुर, ओडिशा से होकर बंगाल की खाड़ी तक मौजूद है। एक अन्य ट्रफ अरब सागर से गुजरात, दक्षिणी मध्यप्रदेश से छत्तीसगढ़ होकर ओडिशा पर बने सिस्टम तक बना हुआ है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक चार शक्तिशाली वेदर सिस्टम बने रहने से पूरे प्रदेश में मंगलवार से झमाझम बारिश का दौर शुरू होने के आसार हैं। बारिश का सिलसिला दो-तीन दिन तक बना रह सकता है। मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान मंगलवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक होशंगाबाद में 45, भोपाल (एयरपोर्ट) में 31.2, पचमढ़ी में 24, दतिया में 22.8, भोपाल (शहर) में 22.4, सीधी में 20.2, मलाजखंड में 13.4, रतलाम में सात, सतना में पांच, रीवा में 4.4, उमरिया में 4.2, छिंदवाड़ा में चार, जबलपुर में 3.5, सिवनी में 3.2, नरसिंहपुर में दो, खजुराहो में दो, नौगांव में 1.6, मंडला में 1.2, इंदौर में एक मिलीमीटर बारिश हुई।