सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (NIFT) द्वारा हथकरघा दिवस बडे धूमधाम से मनाया गया। इस विशेष आयोजन में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. कैलाश एम. राव, स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (SPA), भोपाल के निदेशक, उपस्थित रहे और उनके द्वारा कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया। डॉ. कैलाश एम. राव ने समारोह को संबोधित करते हुए भारतीय वस्त्रों और शिल्प की परंपरा को संजोने और उसे बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने इस प्रकार के आयोजनों को भारतीय संस्कृति और हस्तशिल्प को प्रोत्साहित करने के महत्वपूर्ण कदम के रूप में सराहा।
निफ्ट भोपाल 7 अगस्त से 15 अगस्त तक “हथकरघा पखवाड़ा” मना रहा है, जिसमें हस्तकरघा शिल्प की परंपरा और सुंदरता को प्रदर्शित किया जाएगा। इस अवसर पर भारतीय शिल्प और वस्त्रों की समृद्ध धरोहर को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में NIFT के छात्रों द्वारा बनाए गए उत्पादों का एक विशेष प्रदर्शनी आयोजित की गई, जो फैकल्टी के मार्गदर्शन में तैयार किए गए थे। इस प्रदर्शनी ने विभिन्न हस्तशिल्प क्लस्टर की झलक पेश की और भारतीय वस्त्र कला की विविधता को दर्शाया।
हस्तशिल्पियों ने हैंडलूम दिवस के अवसर पर स्टॉल लगाए स्टूडियो नुई, संजना के ऐपन (उत्तराखंड की पारंपरिक कला), सिल्क दुप्पट्टा और साड़ी, कबीरा खादी, शालिनी गर्ग के निट और क्रोशिया, तनिषा दुबे के बीड्स ज्वैलरी और महाशक्ति सेवा केंद्र के स्टॉल थे। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हस्तशिल्प को बढ़ावा देना और स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करना था।
टेक्सटाइल डिज़ाइन की छात्रl परुल द्विवेदी – टेक्स्टाइल डिज़ाइन-५ और अन्य छात्रों ने बनारस क्राफ्ट रिसोर्स डेवलपमेंट (सीआरडी) कार्यक्रम में अपने अनुभवों के बारे में जानकारी दि ,जहां उन्होंने पारंपरिक बुनाई तकनीकों और उनके आधुनिक फैशन में अनुप्रयोगों के बारे में प्रत्यक्ष ज्ञान प्राप्त किया ।
महाशक्ति सेवा केंद्र एनजीओ, जिसे महिलाओं द्वारा संचालित किया जाता है और जो 1984 भोपाल गैस त्रासदी के पीड़ितों का समर्थन करने के लिए समर्पित है। उनके उत्पादों में वेस्ट फैब्रिक से बने आईपैड कवर, बैग, राखी, टोट बैग आदि शामिल थे। इस उत्सव का मुख्य आकर्षण फैकल्टी और छात्रों के लिए हैंडलूम स्टाइलिंग प्रतियोगिता थी। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य समकालीन फैशन में हैंडलूम के महत्व को बढ़ावा देना था, जिससे प्रतिभागियों को पारंपरिक तकनीकों को आधुनिक डिज़ाइन संवेदनाओं के साथ एकीकृत करने के लिए प्रोत्साहित 7 किया जा सके। इस कार्यक्रम का उद्देश्य हस्तशिल्प को बढ़ावा देना और स्थानीय कलाकारों को प्रोत्साहित करना था।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों ने हस्तशिल्प की सराहना की और स्थानीय कलाकारों को समर्थन देने का संकल्प लिया । कैंपस समन्वयक (CAC) देबज्योति गांगुली और क्लस्टर इनिशिएटिव समन्वयक (CIC) अनुपम सक्सेना जिनकी उत्कृष्ट सहायता से हथकरघा दिवस का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजन हुआ ।