सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : कतर के अमीर तमीम बिन हमाद अल-थानी का मंगलवार को राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और PM मोदी ने स्वागत किया। इस दौरान उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। कतर अमीर ने सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों से भी मुलाकात की।

अमीर अल-थानी और PM मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में बैठक हुई। केंद्रीय मंत्री हरदीप पुरी, पीयूष गोयल, निर्मला सीतारमण, मनसुख मंडाविया और पीके मिश्रा इस बैठक का हिस्सा थे। दोनों पक्षों ने व्यापार, प्रौद्योगिकी और निवेश में कई समझौता ज्ञापनों (MoU) का भी आदान-प्रदान किया।

अमीर अल-थानी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के साथ भी बैठक करेंगे। राष्ट्रपति भवन में कतर के अमीर के सम्मान में भोज का भी आयोजन किया जाएगा।

अमीर अल-थानी कल रात यानी 17 फरवरी को भारत पहुंचे थे। खुद PM मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर उन्हें रिसीव करने दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचे थे। इस दौरान विदेश मंत्री एस जयशंकर भी मौजूद थे। कतर के अमीर 17 फरवरी को दो दिन की भारत यात्रा पर पहुंचे हैं।

कतर अमीर अल-थानी की भारत यात्रा 5 तस्वीरों में…

राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में कतर के अमीर का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी।
राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में कतर के अमीर का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू और पीएम मोदी।
कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
कतर के अमीर को राष्ट्रपति भवन में गार्ड ऑफ ऑनर से सम्मानित किया गया।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कतर के डेलीगेशन का परिचय करवाते अमीर अल-थानी।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से कतर के डेलीगेशन का परिचय करवाते अमीर अल-थानी।
कतर के अमीर से भारत सरकार के मंत्रियों का परिचय कराते पीएम मोदी।
कतर के अमीर से भारत सरकार के मंत्रियों का परिचय कराते पीएम मोदी।
कतर के अमीर सोमवार को नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। उनका स्वागत करने के लिए PM मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर पहुंचे थे।
कतर के अमीर सोमवार को नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। उनका स्वागत करने के लिए PM मोदी प्रोटोकॉल तोड़कर पहुंचे थे।

भारत और कतर में 2 MOU साइन हुए

यह अमीर की कतर की दूसरी भारत यात्रा है। इससे पहले वे मार्च 2015 में भारत आए थे। कतर अमीर अल-थानी की इस यात्रा का मकसद द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करना है।

साल 2024 के अंत में विदेश मंत्री एस जयशंकर कतर पहुंचे थे। यहां उन्होंने कतर के प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल थानी से मुलाकात की थी। यह एक साल में उनकी चौथी कतर यात्रा थी।

भारत और कतर के बीच सोमवार को दिल्ली में 2 MOU (समझौता ज्ञापन) पर साइन हुए। इस दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल और कतर के वाणिज्य और उद्योग मंत्री शेख फैसल बिन थानी बिन फैसल अल थानी मौजदू रहे हैं। दोनों ने भारत-कतर के बीच ज्वाइंट ट्रेड फोरम की शुरुआत की।

पीयूष गोयल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापार और निवेश की बड़ी संभावनाएं हैं।

भारत के लिए कतर क्यों खास? एक्सपर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में ट्रम्प के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद यूरोप से लेकर मिडिल ईस्ट तक में अनिश्चितता का माहौल है। ट्रम्प कब, कौन फैसले करेंगे इसका किसी को अंदाजा नहीं है। ट्रम्प अपने पिछले कार्यकाल में ईरान के मामले में काफी सख्त थे। इस बार भी वे ईरान पर नए प्रतिबंध लगा सकते हैं।

ऐसे में अपनी ऊर्जा जरूरत को पूरा करने के लिए भारत, कतर को एक सुरक्षित विकल्प के तौर पर देख रहा है। कतर भारत का सबसे बड़ा LNG सप्लायर है। भारत की जरूरत का 50% LNG कतर से ही आता है। इसके अलावा कतर, भारत की जरूरत का 30% LPG उपलब्ध कराता है।

भारत का कतर के साथ 10.64 अरब डॉलर का व्यापार घाटा ऑब्जरवेट्री ऑफ इकोनॉमिक कॉम्पलेक्सिटी (OEC) के मुताबिक भारत और कतर के बीच साल 2023-24 में 14.04 अरब डॉलर का व्यापार हुआ था। हालांकि, कतर और भारत के व्यापार में भारत का व्यापार घाटा बहुत ज्यादा है। कतर, भारत से 1.70 अरब डॉलर का सामान खरीदता है।

वहीं, भारत, कतर से 12.34 डॉलर मूल्य का सामान खरीदता है। ऐसे में भारत का कतर के साथ 10.64 अरब डॉलर का व्यापार घाटा है। भारत, कतर से सबसे ज्यादा पेट्रोलियम गैस (9.71 अरब डॉलर) खरीदता है तो वहीं कतर, भारत से सबसे ज्यादा चावल (1.33 हजार करोड़ रुपए) खरीदता है।

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