सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल :  रूस की नई इंटरमीडिएट मिसाइल के हमले के बाद पश्चिमी देशों में तनाव पैदा हो गया है। इसके चलते यूक्रेन और नाटो के बीच मंगलवार (26 नवंबर) को इमरजेंसी बैठक होगी। यह बैठक जेलेंस्की की अपील पर हो रही है। बैठक ऐसे वक्त में हो रही है जब 33 महीनों से जारी जंग में पहली बार रूस ने यूक्रेन के निप्रो शहर पर हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल से हमला किया है। वहीं, यूक्रेन ने रूस पर पश्चिमी देशों से मिले खतरनाक हथियार दागे हैं।

इस बीच रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने ‘ओरेश्निक’ मिसाइलों की ज्यादा टेस्टिंग करने की धमकी दी है। उन्होंने रूसी मिलिट्री प्रमुखों के साथ बैठक में यह बात कही। रूस ने गुरुवार को ही यूक्रेन के निप्रो शहर पर एक इंटरमीडिएट मिसाइल को दागा था। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने इसे मिसाइस का टेस्ट बताया है। इस मिसाइल का नाम ओरेश्निक है।

दरअसल 18 नवंबर को बाइडेन ने यूक्रेन को रूस पर अमेरिकी हथियारों से हमला करने की मंजूरी दी थी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच संघर्ष बढ़ गया है।

रूसी हमले को रोकने के लिए जेलेंस्की ने THAAD मांगा इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने शुक्रवार को कहा कि रूसी मिसाइल के खतरों के बीच वे कोशिश कर रहे हैं कि मित्र देशों से अपडेटेड एयर-डिफेंस सिस्टम मिल सके। जेलेंस्की ने कहा है कि गुरुवार को निप्रो शहर पर रूस की नई बैलेस्टिक मिसाइल से हमला यह बताता है कि रूस युद्ध को और गंभीर करना चाहता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जेलेंस्की अमेरिकी टर्मिनल हाई एल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (THAAD) हासिल करना चाहते हैं या अपने पैट्रियट एंटी-बैलिस्टिक मिसाल डिफेंस सिस्टम को अपग्रेड करना चाहते हैं।

चीन ने दोनों पक्षों से शांति बनाने की अपील की चीन ने रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध में शामिल सभी पक्षों से शांत रहने, संयम बरतने और बातचीत के जरिए तनाव को कम करने की अपील की है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा दोनों पक्षों को सीजफायर के लिए बातचीत करनी चाहिए।

प्रवक्ता ने कहा कि यूक्रेन मुद्दे पर चीन की साफ नीति रही है। वे राजनीतिक तरीके से मामले का निपटारा करने और माहौल बिगड़ने से रोकने के समर्थक हैं।

हमले के बाद पुतिन ने देश के नाम संबोधन दिया था पुतिन ने गुरुवार को यूक्रेन पर मिसाइल हमले के कुछ ही घंटे बाद देश के नाम संबोधन दिया था। उन्होंने कहा था कि पश्चिमी हमले के जवाब में रूस ने ‘नई’ इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल की टेस्टिंग की है। पुतिन ने कहा कि हमें उनके खिलाफ हमला करने का अधिकार है, जो हम पर हमला करते हैं।

पुतिन ने मिसाइल का नाम ‘ओरेश्निक’ बताया। उन्होंने कहा कि यह ढाई से तीन किमी प्रति सेकेंड की रफ्तार से टारगेट पर हमला करती है। पुतिन ने पश्चिमी देशों को चेतावनी दी कि मॉस्को यूक्रेन की मदद करने वाले किसी भी देश के सैन्य ठिकानों पर हमला कर सकता है।

5 दिन में रूस-यूक्रेन जंग में क्या-क्या हुआ?

1. बाइडेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल इस्तेमाल करने की इजाजत दी अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइल- आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) इस्तेमाल करने की इजाजत दी। अमेरिका ने यूक्रेन को अक्टूबर 2023 में ही यह हथियार दिया था, लेकिन उसे इसका इस्तेमाल सिर्फ अपनी जमीन पर करने की अनुमति मिली हुई थी।

2. नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क ने अपने नागरिकों को युद्ध के लिए तैयार रहने कहा रूस-यूक्रेन के पड़ोसी देश नॉर्वे, फिनलैंड और डेनमार्क ने अपने नागरिकों के लिए अलर्ट जारी किया। इन देशों ने पर्चे बांटकर अपने नागरिकों को युद्ध को लेकर आगाह किया। इसके अलावा जरूरी सामानों का स्टॉक रखने और अपने सैनिकों को जंग के लिए तैयार रहने के लिए कहा।

19 नवंबर

1. यूक्रेन ने रूस पर ATACMS दागीं बाइडेन सरकार के रजामंदी मिलते ही यूक्रेन ने पहली बार अमेरिका से मिली लंबी दूरी की 6 ATACMS मिसाइलें रूस के ब्रियांस्क इलाके में दागीं। रूस ने 5 मिसाइलों को मार गिराने का दावा किया था।

2. पुतिन ने न्यूक्लियर हथियार से जुड़े नियमों में बदलाव किया पुतिन ने परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की इजाजत देने से जुड़े एक फैसले को मंजूरी दी। नए नियम के मुताबिक अगर कोई देश जिसके पास परमाणु हथियार नहीं हैं, अगर वो किसी न्यूक्लियर पावर वाले देश के सपोर्ट से रूस पर हमला करता है तो इसे रूस के खिलाफ जंग का ऐलान समझा जाएगा। ऐसी स्थिति में मॉस्को न्यूक्लियर हथियार का इस्तेमाल कर सकता है।

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