सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के भोपाल परिसर में शिक्षाशास्त्र विद्याशाखा द्वारा दो दिवसीय बी.ए-बी.एड्. (ITEP) छात्र-छात्राओं के लिए कठपुतली निर्माण कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला के उद्घाटन समारोह में “सम्प्रति भारतीय संस्कृति का पुनर्जागरण” विषय पर विशिष्ट व्याख्यान आयोजित किया गया। इस विशिष्ट व्याख्यान के मुख्य वक्ता मध्यप्रदेश निर्वाचन आयोग के आयुक्त IAS मनोज श्रीवास्तव थे।
सम्माननीय श्रीवास्तव ने अपने मुख्य वक्तव्य में “सम्प्रति भारतीय संस्कृति का पुनर्जागरण” विषय को केंद्रित करते हुए विभिन्न उद्धरणों के द्वारा सभा को सम्बोधित किया। विवेकानन्द, तिलक की चर्चा करते हुए श्रीमद्भगवद्गीता के विभिन्न श्लोकों को भी उद्धृत किया। भारतीय सांस्कृतिक शक्ति के वर्तमान में विभिन्न उदाहरण दिखाई दे रहा है।
श्रीवास्तव ने पाश्चात्य अनुवादकों के गलत अनुवाद प्रकिया को भी प्रकाशित किया। हमारे भारतीय सनातन संस्कृति एवं धार्मिक देवी देवताओं को ग़लत तरीके से अनूदित किया गया है। इसी क्रम से सम्बंधित श्रीवास्तव जी ने लगभग 25 पुस्तकों को प्रकाशित कर चुके हैं। ज्ञान हमारा सामुदायिक सामाजिक परम्परा रहा है। ज्ञान का लोक तक संचरण होता था। अपूर्वस्तव कोशोयं विद्यते तव भारती।।
13 अगस्त 2014 की महत्वपूर्ण घटना TKDL की स्थापना डॉ वी. के. गुप्ता ने किया था।
भारत अपनी बौद्धिक सम्पदा के प्रति जागरूक हुआ। इसके बाद भारतीय बौद्धिक सम्पदा का पेटेंट करवाना।
TKDL ने विभिन्न औषधियों का पेटेंट पाश्चात्यों के द्वारा रुकवाया गया था। इससे स्वदेशी विज्ञान का जागरण हुआ।
भारतीयता ने अपने आपको स्थापित करना आरम्भ कर दिया है। योग सम्पूर्ण विश्व को भारत ने दिया। चरक सुश्रुत आदि ने आयुर्वेद प्रदान किया। वर्तमान भारत में मन्दिरों के प्रति लोकप्रियता बढ़ी है।
इससे सम्प्रति : भारतीय संस्कृति का पुनर्जागरण निश्चित ही होगा। इसमें कोई सन्देह नहीं है।
अध्यक्षीय उद्बोधन करते हुए परिसर के निदेशक प्रो रमाकान्त पाण्डेय ने कहा कि भारतीय संस्कृति सनातन परम्परा को नीचे दिखाने के लिए पाश्चात्यों का षड्यंत्र बहुत पुराना है। चलचित्रों में भी इसी प्रकार से कर्मकाण्ड को कराने वाले आचार्यों को ग़लत तरीके से प्रस्तुत किया गया था।
विशिष्ट व्याख्यान का प्रास्ताविक भाषण करते हुए भोपाल परिसर के सह-निदेशक नीलाभ तिवारी ने सभी अतिथियों का स्वागत भी किया।
इस कार्यक्रम का संचालन ITEP कार्यक्रम समन्वयक दाताराम पाठक ने किया।
कठपुतली निर्माण कार्यशाला में प्रशिक्षण देने के लिए अहमदाबाद से दो अनुभवी प्रशिक्षकों रमेश रावल को एवं आदित्य राज झाला को आमंत्रित किया गया है।
#कठपुतली_निर्माण #भोपाल_कार्यशाला #संस्कृत_विश्वविद्यालय