सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को तकनीकी और व्यावसायिक शिक्षा विभागों की समीक्षा बैठक में कहा कि तकनीकी शिक्षा को गुणवत्तापरक, नवाचारपरक और व्यवहारिक बनाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि बीते आठ वर्षों में राज्य सरकार ने इस क्षेत्र में अनेक ठोस कदम उठाए हैं, जिससे उत्साहजनक परिणाम सामने आए हैं।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी प्राविधिक संस्थान नैक, एनबीए और एनआईआरएफ मूल्यांकन में भाग लें और आवेदन से पहले व्यापक तैयारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने राज्य संस्थागत रैंकिंग रूपरेखा (SIRF) के अंतर्गत निजी पॉलिटेक्निक संस्थानों को भी शामिल करने के निर्देश दिए, जिससे शिक्षा की गुणवत्ता का समान मानक सुनिश्चित हो सके।

मुख्यमंत्री ने नए इंजीनियरिंग कॉलेजों के भवन निर्माण और परिसर विकास की परियोजनाएं समय पर पूरी करने के निर्देश दिए, ताकि अगले सत्र से यह कॉलेज अपने परिसर से संचालित हो सकें। उन्होंने कहा कि पाठ्यक्रमों की शुरुआत करते समय स्थानीय औद्योगिक आवश्यकताओं को प्राथमिकता दी जाए।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में 2139 पॉलीटेक्निक और 3306 आईटीआई संस्थान संचालित हो रहे हैं। टाटा टेक्नोलॉजी के सहयोग से 212 आईटीआई को आधुनिक बनाया गया है। अप्रेंटिसशिप, इंटर्नशिप और प्लेसमेंट डे जैसे कार्यक्रमों से युवाओं को रोजगार के बेहतर अवसर मिल रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि तकनीकी शिक्षा को उद्योगों से जोड़ा जाए और शिक्षा को व्यवहारिक व उपयोगी बनाया जाए।

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