सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : तेज़ी से बदलते ट्रेंड्स के दौर में, रियल एस्टेट सेक्टर में “विरासत” की धारणा ने नई जड़ें पकड़नी शुरू कर दी हैं।
अब घर केवल रहने की जगह नहीं रह गया है, बल्कि यह मूल्यों की अभिव्यक्ति, यादों का वाहक और अक्सर एक ऐसी सौगात बन गया है जिसे पहले मालिक की पीढ़ी के बाद भी आगे बढ़ाया जा सके। आज की पीढ़ी केवल वर्तमान के लिए नहीं खरीद रही है, बल्कि वे ऐसे घरों में निवेश कर रहे हैं जिन्हें वे अगली पीढ़ी को सौंपने की कल्पना करते हैं — ईंट दर ईंट।
वास्तविक क्षेत्रफल और सुविधाओं के भौतिक मूल्य से परे, लग्जरी होम्स में एक गहरा, व्यक्तिगत मूल्य छिपा होता है — भावनात्मक पूंजी। समय के साथ एक घर केवल सुंदर डिज़ाइन की गई संरचना नहीं रह जाता, बल्कि वह जीवन का दृश्यपटल बन जाता है। यही भावनात्मक जुड़ाव, जब वित्तीय मूल्यवृद्धि से जुड़ता है, तो लग्जरी घरों को पीढ़ियों के लिए एक शक्तिशाली विरासत बना देता है।
रियल एस्टेट सेक्टर में अब ऐसे प्रोजेक्ट्स विकसित हो रहे हैं जो खरीदारों की भावनात्मक अपेक्षाओं को समझते हैं। ऐसे डेवलपर्स जो सशक्त ट्रैक रिकॉर्ड और विरासत पर केंद्रित सोच रखते हैं, इस परिवर्तन का नेतृत्व कर रहे हैं। प्रतीक ग्रुप ऐसे ही डेवलपर्स में एक नाम है, जिसने नोएडा और गाज़ियाबाद में लग्जरी जीवनशैली को पुनर्परिभाषित किया है।
सुनियोजित लेआउट, चयनित जीवनशैली सुविधाएं, और कालातीत डिज़ाइन पर ज़ोर के साथ, प्रतीक ग्रुप वर्षों से उत्कृष्ट परियोजनाएं विकसित कर रहा है।
रिषभ वर्मा, 36 वर्षीय आईटी प्रोफेशनल, जो प्रतीक ग्रुप की एक परियोजना में अपना ड्रीम होम खरीदने की योजना बना रहे हैं, अपने अनुभव साझा करते हुए कहते हैं,
“हम केवल लोकेशन या एमेनिटी चेकलिस्ट नहीं देख रहे थे। हम ऐसा घर चाहते थे जिस पर हमारे बच्चे 25 साल बाद भी गर्व कर सकें। प्रतीक कैनरी, सेक्टर 150, नोएडा में हमें वो जुड़ाव महसूस हुआ जो एक घर के सपने और जीवनशैली से जुड़ा होता है। मेरी पत्नी और मैं अकसर बात करते हैं कि यहां घर लेने से जो अपनापन महसूस होता है, वह अमूल्य है।”
CBRE साउथ एशिया की रिपोर्ट ‘India Market Monitor, Q1 2025 – Residential’ के अनुसार, भारत के लग्जरी हाउसिंग सेगमेंट (₹4 करोड़ और उससे अधिक कीमत वाले घर) ने जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में साल-दर-साल 28% की बिक्री वृद्धि दर्ज की। देश के सात प्रमुख शहरों में कुल मिलाकर लगभग 1,930 लग्जरी यूनिट्स की बिक्री हुई। इन शहरों में दिल्ली-एनसीआर ने लगभग 950 यूनिट्स की बिक्री के साथ अग्रणी स्थान प्राप्त किया, जबकि मुंबई ने 23% हिस्सेदारी के साथ दूसरा स्थान हासिल किया।
नोएडा, ग्रेटर नोएडा वेस्ट, गुरुग्राम और सिद्धार्थ विहार जैसे इलाकों में प्रीमियम लग्जरी प्रोजेक्ट्स तेजी से विकसित हो रहे हैं — जो केवल भव्य जीवनशैली ही नहीं, बल्कि दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ का भी वादा करते हैं। इसलिए अब खरीदार केवल लोकेशन या सुविधाओं के आधार पर निर्णय नहीं ले रहे, बल्कि ऐसे घर चुन रहे हैं जो आने वाले दशकों में भी प्रासंगिक, वांछनीय और मूल्यवान बने रहें।
मीरा सिन्हा, 35 वर्षीय शिक्षिका, अपने जीवन की सबसे बड़ी पूंजी निवेश का अनुभव साझा करते हुए कहती हैं,
“मेरे माता-पिता गाज़ियाबाद में रहते हैं, और मैं भी यहां अपना घर लेना चाहती थी। दुनियाभर में यात्रा करते हुए मैंने सदा ही एक शांत और आधुनिक जीवनशैली की कल्पना की थी। प्रतीक ग्रुप की ‘ग्रैंड बेगोनिया’ परियोजना, सिद्धार्थ विहार में मुझे बेहद उपयुक्त लगी। वर्षों से प्रतीक ग्रुप ने जिस विश्वसनीयता और गुणवत्ता के साथ प्रोजेक्ट्स बनाए हैं, उन्होंने मुझे इस निर्णय के लिए और भी प्रेरित किया।”
#प्रीमियम_होम्स #लग्जरी_प्रॉपर्टी #भविष्य_की_संपत्ति #रियल_एस्टेट #निवेश_की_संपत्ति