सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज, जो राधा रानी के परम भक्त हैं, अपनी किडनी फेल होने के बावजूद एक अनुशासित और प्रेरणादायक जीवन जी रहे हैं। डॉक्टरों की सलाह पर, महाराज दिन भर में सिर्फ आधी रोटी और सब्जी का सेवन करते हैं, और पानी की मात्रा को महज 50 मिलीलीटर तक सीमित रखते हैं।

प्रेमानंद महाराज की यह कठोर दिनचर्या उनकी आस्था और समर्पण का प्रतीक है। उनकी किडनी फेल होने के बावजूद, उन्होंने अपने शरीर पर काबू पाकर आत्म-नियंत्रण का उदाहरण प्रस्तुत किया है। प्रवचन के दौरान प्यास लगने पर, महाराज गीले कपड़े से होंठ पोंछकर प्यास बुझाते हैं, जो उनके आध्यात्मिक अनुशासन को दर्शाता है।

उनकी आध्यात्मिक ऊर्जा और भक्ति ने उन्हें इन कठिन परिस्थितियों में भी सशक्त बनाए रखा है। वृंदावन के भक्तों का कहना है कि उनकी दिनचर्या और समर्पण से हर कोई प्रेरित हो सकता है। प्रेमानंद महाराज का जीवन आज भी भक्तों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना हुआ है।