सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: हमारा देश 23 अगस्त 2024 को पहला राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने जा रहा है, जो पिछले साल चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर इसरो के चंद्रयान-3 मिशन के विक्रम लैंडर की सफल सॉफ्ट लैंडिंग को चिह्नित करता है, जिससे उपरान्त भारत यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है।
इस ऐतिहासिक अवसर को मनाने के लिए, आंचलिक विज्ञान केंद्र, भोपाल ने अंतरिक्ष उपयोग केंद्र (एसएसी), मास्टर कंट्रोल फैसिलिटी (एमसीएफ), इसरो केंद्र, भोपाल के सहयोग से 12 से 13 अगस्त, 2024 तक स्कूल/कॉलेज के छात्रों एवं आम जनता के मध्य विभिन्न शैक्षणिक कार्यक्रमों की एक श्रृंखला आयोजित की।
इस समारोह का शुभारंभ इसरो द्वारा डिजाइन की गई एक प्रदर्शनी के अनावरण के साथ हुआ, जिसमें स्वदेशी प्रौद्योगिकियों और अनुसंधान का उपयोग करके अंतरिक्ष अन्वेषण में भारत की शानदार उपलब्धियों को दर्शाया गया। उद्घाटन समारोह में मनीष एम. मेहता, समूह निदेशक, अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद, शेलेंद्र कुमार, समूह निदेशक, एमसीएफ, जावेद एसएआर कुरैशी, समूह प्रमुख, एमसीएफ, उमेश कुमार, निदेशक, नेहरू विज्ञान केंद्र, मुंबई एवं साकेत सिंह कौरव, परियोजना समन्वयक, आंचलिक विज्ञान केंद्र, भोपाल उपस्थित रहे। इसके उपरांत अंतरिक्ष अनुप्रयोग केंद्र, अहमदाबाद के समूह, मनीष एम. मेहता के साथ ‘चंद्रयान मिशन’ विषय पर ‘वैज्ञानिकों से मिलिए’ इंटरैक्टिव कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें उन्होंने भारत के स्वदेशी उपग्रह डिजाइन और संचालन पर प्रकाश डाला।
इसके अतिरिक्त कुल तीन प्रतियोगिताएं भी आयोजित की गईं, जिनमें स्कूली छात्रों के मध्य पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, उच्चतर माध्यमिक स्तर के छात्रों के बीच जल रॉकेट्री प्रतियोगिता एवं डिप्लोमा/बीएससी/बीटेक/बीई छात्रों के बीच रोबोटिक्स मिशन प्रतियोगिता शामिल हैं। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में लगभग 200 छात्रों ने भाग लिया, जल रॉकेट्री प्रतियोगिता में कुल 25 टीमों ने भाग लिया एवं रोबोटिक्स मिशन प्रतियोगिता में कुल 6 टीमों ने भाग लिया।
इन प्रतियोगिताओं के मेधावी प्रतिभागियों को 13 अगस्त 2024 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस कार्यक्रम के समापन समारोह में सम्मानित किया जाएगा।