सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज दो दिवसीय दौरे पर पोलैंड रवाना हो गए हैं। पिछले 45 साल में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली पोलैंड यात्रा है। इससे पहले 1979 में मोरारजी देसाई वहां गए थे।
भारत से रवाना होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “मैं पोलैंड और यूक्रेन की आधिकारिक यात्रा पर जा रहा हूं। पोलैंड के साथ राजनयिक संबंधों के 70 साल पूरा होने के मौके पर मेरी यह यात्रा हो रही है। पोलैंड मध्य यूरोप का हमारा आर्थिक साझेदार है।”
पीएम ने यूक्रेन दौरे को लेकर कहा कि वह शांति से जंग के समाधान पर राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ अपने विचार साझा करने के लिए उत्सुक हैं। भारतीय विदेश मंत्रालय के मुताबिक पीएम मोदी 21-22 अगस्त तक पोलैंड के दौरे पर रहेंगे। इसके बाद वे ट्रेन से यूक्रेन के लिए रवाना होंगे।
मोदी पोलैंड के राष्ट्रपति-PM और भारतीय समुदाय से मिलेंगे
मोदी की यह यात्रा ऐसे समय में हो रही है, जब दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना के 70 साल भी पूरे हो रहे हैं। सबसे पहले पीएम मोदी का पोलैंड की राजधानी वारसॉ में स्वागत होगा। इसके बाद वे पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा से मुलाकात करेंगे और फिर प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ द्विपक्षीय बैठक में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री पोलैंड में भारतीय समुदाय के साथ भी मुलाकात करेंगे। पोलैंड में भारतीय समुदाय के 25 हजार लोग रहते हैं। इसमें लगभग 5 हजार छात्र है। पीएम मोदी जामनगर और कोल्हापुर के महाराजाओं के स्मारकों का दौरा भी कर सकते हैं।
यह भारत और पोलैंड के बीच ऐतिहासिक संबंधों की निशानी है। महाराजा दिग्विजय सिंहजी ने दूसरे विश्व युद्ध के दौरान हजारों पॉलिश शरणार्थियों को शरण दी थी।
भारत और पोलैंड के बीच 2023 में 5.72 अरब डॉलर (करीब 48 हजार करोड़ रुपए) का व्यापार हुआ है। 2013 से 2023 तक दोनों देशों के बीच 192% व्यापार बढ़ा है। 2023 में भारत ने पोलैंड के साथ 3.95 बिलियन डॉलर का निर्यात और 1.76 बिलियन डॉलर का आयात किया था।
भारत का पोलैंड में 3 बिलियन डॉलर से ज्यादा का निवेश है। भारतीय आईटी कंपनियां पोलैंड में लगभग 10 हजार लोगों को रोजगार देती है। वहीं, पोलैंड का भारत में 685 मिलियन डॉलर का निवेश है।
भारत पोलैंड से रक्षा व्यापार करता आया है, जिसमें हेलिकॉप्टर, विमान के पार्ट्स और अन्य आर्मी हार्डवेयर के सौदे शामिल हैं। भारत के T-72 टैंकों के अपग्रेड में पोलैंड की कंपनी बुमर लाबेडी का प्रमुख योगदान रहा। दोनों देशों की सेनाओं ने कई बार संयुक्त युद्धाभ्यास भी किए हैं।
भारत और पोलैंड के बीच ऊर्जा और तकनीक के क्षेत्र में भी कई समझौते होते आए हैं। हाल ही में हिमाचल फ्यूचरिस्टिक कम्यूनिकेशंस लिमिटेड (HFCL) ने ऑप्टिकल फाइबर प्लांट के लिए 144 करोड़ के निवेश की योजना की घोषणा की थी।