सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क – आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार सुबह अपने दो दिवसीय ब्रुनेई दौरे पर रवाना हो गए। यह किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री का ब्रुनेई का पहला दौरा है। पीएम मोदी का यह दौरा दोनों देशों के बीच राजनयिक संबंधों के 40 साल पूरे होने के मौके पर हो रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी, ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्कैया के निमंत्रण पर इस दौरे पर गए हैं। इस यात्रा का उद्देश्य दोनों देशों के बीच हाइड्रोकार्बन, सेमीकंडक्टर, और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ाना है।
विदेश मंत्रालय के अनुसार, ब्रुनेई भारत की एक्ट ईस्ट पॉलिसी और इंडो-पैसिफिक के दृष्टिकोण में एक महत्वपूर्ण साझेदार है। भारत ब्रुनेई से हाइड्रोकार्बन और प्राकृतिक गैस आयात करता है, और इस दौरे के दौरान इन मुद्दों पर चर्चा होगी। भारत ने ब्रुनेई के हाइड्रोकार्बन क्षेत्र में 270 मिलियन डॉलर का निवेश किया है, जिसे और बढ़ाने की योजना है।
इसके अलावा, प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे के दौरान स्पेस टेक्नोलॉजी, स्वास्थ्य और समुद्री सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी आपसी सहयोग बढ़ाने पर जोर दिया जाएगा।
ब्रुनेई के बाद प्रधानमंत्री मोदी 4 और 5 सितंबर को सिंगापुर का दौरा करेंगे, जहां वे सिंगापुर के प्रधानमंत्री लॉरेंस वोंग और राष्ट्रपति से मुलाकात करेंगे। इस दौरान वे सिंगापुर के बिजनेस लीडर्स के साथ भी बैठक करेंगे।
ब्रुनेई के सुल्तान हाजी हसनल बोल्कैया दुनिया के सबसे अमीर और सबसे लंबे समय तक शासन करने वाले राजाओं में से एक हैं। उनका महल ‘इस्ताना नुरुल इमान’ उनकी विलासिता का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे को भारत की इंडो-पैसिफिक रणनीति के तहत दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।