आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस/आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : अगर शाहरुख खान किसी फिल्म में विलेन बनेंगे तो चाहेंगे कि फिल्म में उनका हश्र काफी बुरा हो। एक बुरे आदमी के साथ बुरा ही होना चाहिए। यह बात खुद शाहरुख ने एक हालिया इवेंट में कही हैं। शाहरुख ने कहा कि अगर मैं किसी फिल्म में विलेन बनता हूं तो चाहूंगा कि फिल्म में मेरी मौत कुत्ते जैसी हो। शाहरुख अपनी फिल्मों में पॉजिटिव किरदार निभाना चाहते हैं ताकि समाज को एक मैसेज दे सकें। शाहरुख के मुताबिक, बुराई की जीत कभी नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि SRK ने करियर के शुरुआती दौर में कुछ निगेटिव रोल निभाए थे। फिल्म डर और अंजाम में उनके विलेन के रोल को काफी पसंद किया गया था। हालांकि उसके बाद से ही उन्होंने ऐसे रोल्स करने बंद कर दिए। शाहरुख अपनी फिल्मों में पॉजिटिव किरदार निभाना ही पसंद करते हैं।
बुरे आदमी के साथ बुरा होना चाहिए
शाहरुख खान ने न्यूज 18 के एक इवेंट में कहा- मैं एक ऐसा शख्स हूं जो अपनी फिल्मों के जरिए अच्छी कहानियां सुनाना चाहता हूं। फिल्म में ऐसे हीरो का किरदार निभाता हूं जो लोगों को आशा और खुशियां देता है।
अगर मैं किसी फिल्म में बुरा इंसान बनता हूं तो मैं चाहूंगा कि उसका हाल बहुत खराब हो। उसे बहुत कुछ सहना पड़े। वो कुत्ते की मौत मरे। ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे लगता है कि बुरे आदमी के साथ बुरा ही होना चाहिए।
अभी हाल ही में रणबीर कपूर की फिल्म एनिमल पर काफी विवाद हुआ। दर्शकों के एक बड़े धड़े ने आरोप लगाया कि फिल्म में बहुत ज्यादा हिंसा दिखाई गई है। महिलाओं को बहुत दबाकर दिखाया गया है। हिंसा का महिमामंडन किया गया है। हालांकि इसके बावजूद फिल्म ने वर्ल्डवाइड 850 करोड़ रुपए से ज्यादा का कलेक्शन कर लिया है।
करियर की शुरुआत में विलेन बन पॉपुलर हुए थे शाहरुख
करियर के शुरुआती दौर में शाहरुख खान ने डर और अंजाम जैसी फिल्में कीं। इन दोनों फिल्मों में शाहरुख ने साइको किलर का किरदार निभाया था। यशराज चोपड़ा की डर में उन्होंने ऐसा काम किया कि फिल्म के लीड एक्टर सनी देओल भी ओवरशैडो हो गए थे।
सनी देओल अपने किरदार से खुश नहीं थे। उन्हें लगा कि मेकर्स ने शाहरुख को ज्यादा हाइलाइट किया है। इसे लेकर सनी देओल और शाहरुख में तल्खी हो गई। हालांकि पिछले साल अगस्त में जब सनी देओल ने गदर-2 के साथ ब्लॉकबस्टर कमबैक किया तो उन्हें बधाई देने शाहरुख भी पहुंचे थे।