सेंट्रल न्यूज़ अँड नेटवर्क इंडिया सीएनएन इंडिया/आईटीडीसी न्यूज़ डेस्क/दिल्ली-भोपाल:  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 75वें संविधान दिवस के उपलक्ष्य में लोकसभा में हो रही विशेष बहस के दूसरे दिन महत्वपूर्ण प्रस्ताव प्रस्तुत किए। उन्होंने “सबका विकास” और “भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस” जैसे 11 प्रमुख बिंदुओं पर जोर दिया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा, “संविधान न केवल हमारा मार्गदर्शक है बल्कि राष्ट्र निर्माण का आधार भी है।”

कांग्रेस नेता राहुल गांधी का बीजेपी पर हमला, सावरकर को लेकर किया तंज

लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि संविधान की रक्षा की बात कर बीजेपी सावरकर के विचारों का मजाक उड़ा रही है। उन्होंने कहा कि सावरकर ने संविधान को “गैर-भारतीय” बताते हुए मनुस्मृति को वेदों के बाद सबसे पूजनीय ग्रंथ माना था।

किरन रिजिजू का जवाब: “अल्पसंख्यकों के हितों की रक्षा के लिए affirmative action आवश्यक”

केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने लोकसभा में चर्चा के दौरान कहा, “भारत अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा के लिए कानूनी और संवैधानिक प्रावधान सुनिश्चित करता है।” उन्होंने कांग्रेस के योगदान को भी स्वीकारते हुए कहा, “हम सभी सरकारों ने अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए काम किया है।”

राज्यसभा में हंगामा: उपराष्ट्रपति के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पर गरमाया सदन

राज्यसभा में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। उपराष्ट्रपति धनखड़ ने कहा, “मैं किसान का बेटा हूं और कभी कमजोर नहीं पड़ूंगा।” सदन में हंगामे के चलते कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।

ममता बनर्जी की सांसद महुआ मोइत्रा के बयान पर विवाद

तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा ने एक न्यायिक अधिकारी की मौत का जिक्र कर विवाद खड़ा कर दिया। केंद्रीय मंत्री किरन रिजिजू ने इसे सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुलझाए गए मामले को दोबारा उठाने का आरोप लगाते हुए “संसदीय कार्रवाई” की चेतावनी दी।

यूनीफॉर्म सिविल कोड पर जोर: बीजेपी नेता जगदंबिका पाल

संविधान पर चर्चा के दौरान बीजेपी नेता जगदंबिका पाल ने समान नागरिक संहिता (यूसीसी) की आवश्यकता को प्रमुखता से उठाया। उन्होंने कहा, “राजेंद्र प्रसाद, मुंशी और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने भी इसकी आवश्यकता पर जोर दिया था। आज यह देश की जरूरत है।”

अशोक गहलोत का NDA पर आरोप: “संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है”

पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एनडीए सरकार पर आरोप लगाया कि उनके शासन में संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “आज लोकतंत्र खतरे में है और हमें संविधान की मूल भावना को बचाना होगा।”

विशेष ध्यान दें: संविधान दिवस के 75वें वर्ष की यह चर्चा न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि देश के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण दिशा भी तय करेगी।

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