भोपाल । जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर शनिवार को एयर इंडिया की फ्लाइट ओवर रन होकर रनवे से उतरकर कच्चे में चली गई थी। फ्लाइट मिसलैंडिंग केस में मुंबई-दिल्ली से आई एविएशन एक्सपर्ट टीम ने जांच पूरी कर ली है। हादसे के लिए पायलट को दोषी बताया गया है और एयरपोर्ट अथॉरिटी को क्लीन चिट दी गई है। पायलट ने रनवे पर 30 मीटर आगे जाकर गलत लैंडिंग की थी। वह चाहता तो प्लेन को उड़ाकर फिर से लैंड करा सकता था। टीम अब यह रिपोर्ट मुख्यालय को सौंपेगी। जांच पूरी होने के बाद डुमना एयरपोर्ट पर उड़ानें रविवार रात से बहाल कर दी गईं।

इस घटना के बाद एयरपोर्ट पर फ्लाइट ऑपरेशंस रोक दिया गया और बारीकी से जांच की गई। इस दौरान टीम और एयरपोर्ट ऑफिसर्स के अलावा किसी और को एयरपोर्ट में एंट्री नहीं दी गई। सभी प्राइवेट वर्कर्स को संडे ऑफ दिया गया। डीजीसीए (डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन) और एयर इंडिया की टीम रविवार सुबह 9 बजे पहुंची थी। सबसे पहले रनवे (घटनास्थल) पर जाकर जांच की। इसके बाद प्लेन का भी इंस्पेक्शन किया। टीम की जांच 10 घंटे तक चली।

 

बंद कमरे में दर्ज कराए क्रू-मेंबर्स के बयान

शुरुआती जांच में फ्लाइट के क्रू मेंबर की लापरवाही सामने आई है। सभी क्रू-मेंबर्स के बयान बंद कमरे में दर्ज किए गए। एयर इंडिया के अधिकारियों से भी डीजीसीए की टीम ने तकनीकी जानकारी ली। साथ ही एयरपोर्ट के अधिकारियों से भी रिपोर्ट मांगी गई है। टीम ने प्लेन और रनवे की फोटोज लीं। भोपाल से आए एयर इंडिया के इंजीनियर्स की टीम ने भी प्लेन की तकनीकी जांच की। डीजीसीए के सात अधिकारी मुंबई से फ्लाइट से नागपुर पहुंचे, फिर सड़क मार्ग से शहर पहुंचे थे। दिल्ली से डीजीसीए के दो अधिकारी भोपाल तक फ्लाइट से और फिर सड़क मार्ग से शहर पहुंचे थे। टीम के साथ दिल्ली से एयर इंडिया के एक अधिकारी भी थे।

 

टीम की निगरानी में ही प्लेन के टायर बदले

एयर इंडिया के इंजीनियरों की टीम अपने साथ प्लेन के दो टायर लेकर पहुंची थी। मिसलैंडिंग के दौरान इमरजेंसी ब्रेक के चलते टायर खराब हो गए थे। इन्हें बदलकर नए लगाए गए। टीम फ्लाइट की तकनीकी जांच कर सुनिश्चित करने में जुटी है कि फ्लाइट उड़ान भरने लायक है या नहीं। जांच के बाद रविवार रात को तीन क्रेन की मदद से प्लेन को रनवे से हटाकर नए एप्रॉन में पार्क कर दिया गया है।

मुख्यालय को देंगे जांच रिपोर्ट

जांच टीम से जुड़े अधिकारियों ने कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया है। उन्होंने बताया कि वे अपनी जांच रिपोर्ट मुख्यालय को देंगे। एयरपोर्ट अथॉरिटी की ओर से बताया गया था कि रनवे पर निर्धारित स्थान से 30 मीटर से भी ज्यादा आगे फ्लाइट लैंड हुई थी। इसके चलते विमान के रनवे से उतरने का खतरा था। पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर रोकने का प्रयास किया तो वो सिग्नल तोड़ते हुए रनवे के किनारे की मिट्टी पर उतर गया। प्लेन में सवार 55 यात्री और क्रू-मेम्बर के सभी 7 सदस्य पूरी तरह से सुरक्षित रहे।