रायपुर। भाजपा की कार्यशाला आयोजन पर प्रहार करते हुये कांग्रेस ने कहा है कि भाजपा के नेताओं का फोटो जीवी चेहरा बेनकाब हो गया है। वे अब कोविड कार्यशाला के नाम से फोटो खिंचाने के अवसर तलाश रहे है। कोरोना को लेकर भाजपा की कार्यशाला को ढकोसला और दिखावा मात्र निरूपित करते हुये प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि भाजपा सच में कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मदद करना चाहती है तो सबसे पहले केन्द्र सरकार को कहकर तत्काल छत्तीसगढ़ को पर्याप्त मात्रा में टीके दिलवाये ताकि सबका टीकारण किया जा सके। दरअसल भाजपा के नेता फोटोजीवी हो चुके है।

कोरोना लहर आयी और चली गयी। उस समय छत्तीसगढ़ की सरकार ने छत्तीसगढ़ के कांग्रेस के लोगों ने मजदूरों को जो प्रवासी मजदूर थे जो छत्तीसगढ़ के नहीं भी थे, नंगेपांव सैकड़ों हजारों किलोमीटर यात्रा करके आ रहे उन सभी मजदूरों को जूते देने का काम किया। भूखे-प्यासे, थके लोगों के लिये पके हुये भोजन की व्यवस्था की। उनके रास्ते के भोजन की व्यवस्था की, वाहनो की भी व्यवस्था की। कोरोना की दूसरी लहर के समय छत्तीसगढ़ सरकार ने बहुत ही उल्लेखनीय काम करके जिला मुख्यालयों के अलावा जिले के अन्य स्थानों पर भी कोविड अस्पताल बनाये। 73000 मितानिनों के माध्यम से भी कोविड की दवाओं के कीट का वितरण किया गया। इस प्रकार छत्तीसगढ़ में कांग्रेस सरकार ने और कांग्रेसजनों ने कोरोना में बहुत अच्छा सेवा का काम किया है। अब तब कोरोना पूरी तरीके से ढलान पर है ऐसे समय कोरोना पीड़ितों के लिये कार्यशाला का भाजपा का आयोजन केवल दिखावा और ढकोसला मात्र है। अगर भाजपा को ये दुख दर्द होता तो उत्तरप्रदेश में जहां इनकी सरकार है वहां गंगा में सैंकड़ों शव नहीं बहाये जाते। रेम्सडीविर की कालाबाजारी में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री जैसे लोगों के लिप्त होने के समाचार नहीं आते। भाजपा का क्रूर अमानवीय चेहरा कोविड में उजागर हुआ है जिसे ठीक करने के लिए भाजपा की यह पीआर एक्सरसाइज मात्र है। इस कार्यशाला का और भाजपा का भी आम लोगों के दुख दर्द से कोई लेना देना नहीं है।