सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: हरित प्रेरणा के ताज़ा एपिसोड में, हरित वीर [आपका नाम] ने ग्रीनहाउस फार्मिंग के बारे में विस्तार से जानकारी दी है, जो खेती के क्षेत्र में एक अनोखी और प्रभावी तकनीक के रूप में उभर रही है। वीरजी साहिब के मार्गदर्शन में ग्रीनहाउस फार्मिंग का उद्देश्य न केवल उत्पादन को बढ़ाना है, बल्कि खेती को पर्यावरण के अनुकूल बनाना भी है।
क्या है ग्रीनहाउस फार्मिंग? ग्रीनहाउस फार्मिंग एक ऐसी तकनीक है, जिसमें पौधों को नियंत्रित वातावरण में उगाया जाता है। तापमान, नमी, और प्रकाश जैसे कारकों को संतुलित रखकर पौधों की वृद्धि में सुधार किया जाता है। इस तकनीक से पौधों की गुणवत्ता भी बनी रहती है, जिससे किसानों को बेहतर उत्पादन प्राप्त होता है।
ग्रीनहाउस के मुख्य चरण: इसमें ग्रीनहाउस के निर्माण से लेकर तापमान और नमी के नियंत्रण के लिए हीटिंग और कूलिंग सिस्टम का उपयोग शामिल है। साथ ही, LED लाइट्स और ड्रिप इरिगेशन सिस्टम से भी खेती को लाभ मिलता है।
किन फसलों के लिए लाभकारी? ग्रीनहाउस फार्मिंग में टमाटर, खीरा, शिमला मिर्च, लेट्यूस, स्ट्रॉबेरी, और फूलों की खेती जैसे गुलाब, गेंदा, और लिली की फसलें अच्छी पैदावार देती हैं। इसके अलावा, उच्च मूल्य वाली फसलें जैसे बेल पेपर और ऑर्किड भी ग्रीनहाउस में लाभकारी होती हैं।
वर्ष भर खेती का मौका: ग्रीनहाउस फार्मिंग के माध्यम से किसान मौसम की चिंता किए बिना साल भर फसल उगा सकते हैं, जो विशेषकर एक्सपोर्ट क्वालिटी की फसलों के लिए फायदेमंद है।
वीरजी साहिब का संदेश: वीरजी साहिब के अनुसार, हर पौधा धरती की हरियाली की ओर एक कदम है। इस हरित पहल का हिस्सा बनने के लिए ग्रीन डोनर से जुड़ें और अपने किसी भी पेड़ या पौधे के साथ सेल्फी 9826 22 00 22 पर भेजें।
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https://youtu.be/DxruL1bNj50