सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: UPI (यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस) के माध्यम से 1,658 करोड़ ट्रांजैक्शन हुए, जिसमें कुल 2,350 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। यह आंकड़ा पिछले साल अक्टूबर की तुलना में 45% की वृद्धि दर्शाता है, जो UPI के लिए एक नया रिकॉर्ड है।

UPI की शुरुआत अप्रैल 2016 में हुई थी, और यह अक्टूबर 2023 में 1,141 करोड़ ट्रांजैक्शन के मुकाबले एक महत्वपूर्ण वृद्धि है। उस समय ट्रांसफर की गई राशि 17.16 लाख करोड़ रुपए थी, जो एक साल में 37% बढ़ी।

अक्टूबर 2024 में UPI के माध्यम से किए गए दैनिक औसत ट्रांजैक्शन 53 करोड़ 50 लाख थे, और प्रतिदिन औसतन 75,801 करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर हुई। सितंबर 2024 के आंकड़ों की तुलना में, अक्टूबर में ट्रांजैक्शन की संख्या में 10.23% और ट्रांसफर की गई राशि में 13.85% की बढ़ोतरी हुई है।

नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2024-25 के पहले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) में 8,659 करोड़ डिजिटल पेमेंट्स हुए, जिससे कुल 1,669 लाख करोड़ रुपए की राशि ट्रांसफर की गई। यह आंकड़ा वित्त वर्ष 2017-18 की तुलना में 9 गुना बढ़ा है, जब 2,071 करोड़ डिजिटल ट्रांजैक्शन हुए थे।

UPI का संचालन NPCI करता है, जबकि RBI RTGS और NEFT जैसे भुगतान प्रणालियों का संचालन करता है। UPI सेवा के लिए एक वर्चुअल पेमेंट एड्रेस तैयार करना होता है, जो बैंक अकाउंट से लिंक होता है, जिससे उपयोगकर्ताओं को बैंक विवरण याद रखने की आवश्यकता नहीं होती है।

इस तरह की उपलब्धियों से UPI का उपयोग और अधिक लोकप्रिय हो रहा है, जो डिजिटल इंडिया के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।