सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्कइंटीग्रेटेड ट्रेडन्यूज़ भोपाल: पाकिस्तान फिल्म इंडस्ट्री में म्यूजिक को नया आयाम देने वाले सिंगर आतिफ असलम आज 41 साल के हो चुके हैं। अपने यूट्यूब गानों से भारत में सेंसेशन बने आतिफ को फिल्ममेकर महेश भट्ट ने बॉलीवुड इंडस्ट्री में जगह दिलाई और अपने शुरुआती गानों आदत और वो लम्हे से आतिफ असलम रातोंरात भारत में स्टार बन गए।

हालांकि इस मुकाम तक पहुंचना आतिफ के लिए आसान नहीं रहा। कभी फास्ट बॉलर बनने का सपना देखने वाले आतिफ के पिता उनके सपने के खिलाफ थे। जब क्रिकेट से रिश्ता तोड़ा तो उसका गम भुलाने के लिए आतिफ ने म्यूजिक से रिश्ता जोड़ा, लेकिन यह भी सच है कि पहली बार अपनी आवाज सुनकर आतिफ खुद ही डर गए थे। आज यही आतिफ पाकिस्तानी सरकार की तरफ से पाक के सबसे प्रेस्टीजियस अवॉर्ड तमगा-ए-इम्तियाज से नवाजे जा चुके हैं।

एक समय ऐसा भी रहा जब शाहरुख खान चाहते थे कि आतिफ उनके लिए गाने गाएं, लेकिन जब बात नहीं बनी तो शाहरुख ने नाराज होकर कहा था कि आतिफ असलम इतने व्यस्त हैं कि उनके लिए गाना नहीं गा सकते। एक बुरा दौर वो भी रहा जब पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के रिश्ते बिगड़ गए और भारत से सभी पाकिस्तानी कलाकारों को निकाल दिया गया। हालांकि, अब सालों बाद आतिफ फिर भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में वापसी करने वाले हैं।

आज आतिफ के 41वें जन्मदिन के मौके पर पढ़िए, अपनी आवाज से डरने वाले आतिफ के सबसे पॉपुलर सिंगर बनने की कहानी-

फास्ट बॉलर बनना चाहते थे आतिफ, पिता ने किया इनकार तो टूटा दिल

12 मार्च 1983 को आतिफ असलम का जन्म पाकिस्तान के वजीराबाद में हुआ। 4 भाइयों में आतिफ सबसे छोटे हैं।

कम उम्र से ही आतिफ असलम को क्रिकेट में दिलचस्पी थी, लेकिन उनके पिता इसके खिलाफ थे। ऐसे में गर्मियों के मौसम में उनके साथ खेलने वाले दोस्त रोज सुबह उन्हें चोरी-छिपे घर बुलाने आते थे। सभी दोस्त घर के बाहर इंतजार करते थे कि सुबह आतिफ के पिता फज्र की नमाज पढ़ने निकलें और वो आतिफ को लेकर खेलने चले जाएं।