सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क– इंटीग्रेटेड ट्रेड- न्यूज़ भोपाल /ग्वालियर/टेकनपुर: 36 दिनों से लापता दो महिला बीएसएफ प्रशिक्षकों का पता आखिरकार पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में चल गया है। ये दोनों महिला प्रशिक्षक बांग्लादेश सीमा के नजदीक स्थित बीएसएफ कैंप ऑफिस में मिलीं। ड्यूटी से बिना सूचना के गायब होने के बाद इनकी खोज में लगी बीएसएफ , ग्वालियर पुलिस और इंटेलिजेंस एजेंसियां अब राहत की सांस ले रही हैं।
पारिवारिक परेशानियों ने पहुंचाया मुर्शिदाबाद: पूछताछ के दौरान आकांक्षा निखर ने पारिवारिक समस्याओं के कारण साथी प्रशिक्षक शहाना खातून के साथ जाने की बात कही है। ग्वालियर के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि दोनों प्रशिक्षकों ने किसी भी प्रकार की साजिश या अपहरण से इनकार किया है।
ग्वालियर से मुर्शिदाबाद तक चला खोज अभियान: आकांक्षा की मां द्वारा दर्ज कराई गई किडनैपिंग रिपोर्ट के बाद बीएसएफ ,और पुलिस ने एक संयुक्त ऑपरेशन चलाया। ग्वालियर से भेजी गई टीम को पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में दोनों महिला प्रशिक्षकों की लोकेशन मिली। शुक्रवार को इन्हें ग्वालियर लाया जाएगा।
CCTV फुटेज ने खोला राज:जांच के दौरान रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरों में दोनों प्रशिक्षकों को साथ देखा गया था। इस जानकारी ने जांचकर्ताओं की राह आसान कर दी।
स्वेच्छा से पहुंचे बीएसएफ कैंप: पुलिस सूत्रों के अनुसार, दोनों प्रशिक्षक खुद ही बीएसएफ , कैंप ऑफिस पहुंची थीं। उन्होंने कहा कि वे अपनी मानसिक और निजी परेशानियों के कारण टेकनपुर से यहां आई थीं। ग्वालियर के एसपी धर्मवीर सिंह ने बताया कि इनके द्वारा या इनके साथ कोई अपराध नहीं पाया गया है। आकांक्षा ने भी अपहरण के आरोपों को खारिज करते हुए बताया कि वह अपनी मर्जी से आई थी।
पृष्ठभूमि: ग्वालियर के टेकनपुर स्थित बीएसएफ ,अकादमी में सहायक प्रशिक्षण केंद्र में पदस्थ शहाना खातून और आकांक्षा निखर 6 जून को अचानक लापता हो गई थीं। आकांक्षा की मां उर्मिला निखर ने शहाना और उसके परिवार पर आकांक्षा को बरगलाकर ले जाने का आरोप लगाया था। इस मामले में शहाना के खिलाफ अपहरण की FIR दर्ज की गई थी।
खुफिया एजेंसियों की मुस्तैदी: बांग्लादेश बॉर्डर पर अलर्ट के बाद खुफिया एजेंसियों, डिफेंस इंटेलिजेंस और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स के अधिकारियों ने भी जांच में सहयोग किया। उनकी तलाश बांग्लादेश बॉर्डर के आसपास के जिलों में की जा रही थी।
दोनों महिला प्रशिक्षकों का इस तरह से मिलना और उनके खुलासे ने पूरे मामले को एक नया मोड़ दिया है। अब सभी एजेंसियां और अधिकारी उनके बयान और घटनाक्रम की विस्तार से जांच कर रहे हैं।