सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए केंद्र सरकार ने पराली जलाने पर कड़े कदम उठाए हैं। प्रदूषण के गंभीर स्तर को नियंत्रित करने के उद्देश्य से सरकार ने पराली जलाने पर भारी जुर्माना लगाने का फैसला किया है, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार किया जा सके।

प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए कड़ा जुर्माना

सरकार ने पराली जलाने पर अब जुर्माने की राशि बढ़ा दी है। नए नियमों के तहत:

  • 5 एकड़ से अधिक जमीन पर पराली जलाने पर 30,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।
  • 2 से 5 एकड़ जमीन पर पराली जलाने पर 10,000 रुपये का जुर्माना देना होगा।
  • 2 एकड़ से कम जमीन पर पराली जलाने पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।

दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर

दिल्ली का एक्यूआई वर्तमान में 362 तक पहुंच गया है, और कुछ क्षेत्रों में यह 400 से भी ऊपर दर्ज किया गया है, जो ‘बेहद खराब’ श्रेणी में आता है। इस जहरीली हवा का सीधा असर बच्चों, बुजुर्गों, और पहले से बीमार लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। डॉक्टरों के अनुसार, सांस, दिल और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा इन हालातों में काफी बढ़ गया है।

बच्चों और बुजुर्गों पर प्रदूषण का असर

इस खतरनाक प्रदूषण का सबसे अधिक असर बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है। जहरीली हवा के कारण सांस संबंधी समस्याएं, हृदय रोग, और फेफड़ों की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए सभी को मिलकर सहयोग करना होगा और पराली जलाने के स्थान पर वैकल्पिक उपायों को अपनाना होगा।

प्रदूषण के इस स्तर को रोकने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए जुर्माने और सख्ती से क्या वायु गुणवत्ता में सुधार होगा? इस पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।