सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस / आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : भारतीय विकेटकीपर ऋषभ पंत ने अपने कार एक्सीडेंट को याद करते हुए कहा- ‘उस दिन मुझे लगा कि दुनिया में मेरा टाइम पूरा हो गया है।’ 26 साल के पंत ने पहली बार उस घटना पर खुलकर बात की।
पंत ने स्पोर्ट्स बॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा- ‘पहली बार मुझे जिंदगी में लगा कि मेरा समय खत्म हो चुका है। दुर्घटना के समय मुझे पता था कि मुझे कहां-कहां चोट लगी है। यह और भी गंभीर हो सकता था, लेकिन मैं भाग्यशाली रहा।’ पंत ने मजाकिया लहजे में कहा कि मैंने एक SUV गाड़ी ली थी, लेकिन दुर्घटना के बाद इसकी स्थिति सेडान जैसी हो गई थी।
एक साल पहले 30 दिसंबर 2022 को दिल्ली से देहरादून जाते हुए ऋषभ पंत की कार दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी। अब वे रिकवरी कर चुके हैं और आगामी IPL सीजन से क्रिकेट में वापसी कर सकते हैं।
पंत से बातचीत की मुख्य बातें-
मैं रजत-निशु की वजह से जिंदा हूं पंत ने कहा- वे रजत और निशु कुमार की वजह से ज़िंदा हैं। इन दोनों ने ही एक्सीडेंट के बाद पंत को कार से बाहर निकाला था। पंत के बाहर आते ही कार पूरी तरह जल गई। पंता ने कहा- मैं आजीवन इन दोनों लड़कों का आभारी रहूंगा।
घुटना पूरी तरह डिसलोकेट हो गया था पंत ने दुर्घटना के समय को याद करते हुए बताया- मेरा दायां घुटना पूरी तरह से डिसलोकेट हो गया था और 180 डिग्री तक मुड़ गया था। मैंने आस-पास खड़े लोगों से घुटने को अपनी जगह पर लाने के लिए मदद मांगी।’
भाग्यशाली कि पैर नहीं गंवाया पंत बताते हैं कि वे दर्द से कराह रहे थे और अब खुद को भाग्यशाली मानते हैं कि उन्हें दुर्घटना के दौरान अपना पैर नहीं गंवाना पड़ा। अगर हड्डी के अलावा किसी नस को नुकसान पहुंचा होता तो यह भी संभव था कि वे मेरा पैर, शरीर से अलग कर देते।
एक्सीडेंट के बाद भविष्य के बारे में सोचना शुरू किया
पंत ने कहा कि जब से मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया था, मैं कभी भविष्य के बारे में नहीं सोचता था, लेकिन इस चोट के बाद मैंने भविष्य के बारे में सोचना शुरू किया। मैंने डॉक्टर से पूछा कि चोट से उबरने में मुझे कितना समय लगेगा।
मैंने कहा कि अलग-अलग लोग दस बातें बोल रहे हैं और आप ही मुझे स्पष्टता दे सकते हैं। तो डॉक्टर ने बताया कि इसमें 16 से 18 महीने लग सकते हैं। मैंने फिर डॉक्टर से कहा कि आप जितना समय दे रहे हैं, मैं उसमें से छह महीने घटा लूंगा।