सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ई प्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल:  अमेरिका में आज राष्ट्रपति चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। दुनिया का सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश आज अपने 47वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए वोट करेगा। राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रम्प और डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस के बीच सीधा मुकाबला है।

कमला हैरिस फिलहाल अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं, वहीं ट्रम्प 2017 से 2021 तक राष्ट्रपति रह चुके हैं। CNN के मुताबिक इस चुनाव में अब तक करीब 8 करोड़ यानी 40% वोटर्स पहले ही पोस्टल वोटिंग के जरिए वोट कर चुके हैं। आज होने वाली वोटिंग में करीब 60% वोटर्स हिस्सा ले सकते हैं।

ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिका के मिशिगन में अपनी आखिरी चुनावी रैली की। इस दौरान उन्होंने 2 घंटे से भी ज्यादा समय तक भाषण दिया। उन्होंने कर के बोझ को कम करने और अवैध इमिग्रशन को रोकने जैसे अपने वादे दोहराए। इस मौके पर ट्रम्प के बच्चे डोनाल्ड जूनियर, एरिक और टिफिनी भी मौजूद थे। ट्रम्प ने यह भी कहा कि इस साल उन्होंने चुनाव से पहले 900 से ज्यादा रैलियां की हैं।

पाकिस्तान में आर्मी चीफ के कार्यकाल को अब 3 साल से बढ़ाकर 5 साल कर दिया गया है। पाकिस्तान की सरकार ने सोमवार को कानून में यह संशोधन किया। इसी के साथ मौजूदा आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर भी अब 2027 तक पद पर कायम रहेंगे। पहले उनका कार्यकाल 2025 में खत्म होने वाला था।

आर्मी चीफ के अलावा पाकिस्तानी सेना के दूसरे सीनियर कमांडरों का कार्यकाल भी बढ़ा दिया गया है। रक्षा मंत्री ख्वाजा मोहम्मद आसिफ ने पाकिस्तान आर्मी एक्ट 1952 में संशोधन का प्रस्ताव रखा था। इसे सदन के अध्यक्ष अयाज सादिक ने पारित कर दिया है।

न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक, शहबाज सरकार का यह कदम सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को लुभाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। जियो न्यूज के मुताबिक, सीनेट में इस संशोधन को पास करने में करीब 16 मिनट का समय लगा।

इमरान की पार्टी के सांसद बोले- कानून देश के हित में नहीं

इस अमेंडमेंट को पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पार्टी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। दरअसल, इमरान सत्ता से बेदखली के लिए फौज को जिम्मेदार ठहराते हैं। वे उनके खिलाफ कार्रवाई की भी मांग कर चुके हैं।

नेशनल असेंबली में सेशन के दौरान इमरान की पार्टी PTI के सांसद उमर अयूब ने कहा कि बिना डिबेट के संसद में इस तरह कानून पारित कराना असल में उसे कुचलने जैसा है। यह देश और हमारी सेना, दोनों के लिए अच्छा नहीं है। खान की पार्टी के सांसदों ने संसद सत्र के दौरान बिल की आलोचना की।

दरअसल इमरान की पार्टी के लोग सत्ता से बेदखली के लिए सेना को जिम्मेदार ठहराते हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान, जो अगस्त के महीने से जेल में हैं, कई बार सेना के शीर्ष अधिकारियों के साथ विवाद में रहे हैं। उन्होंने साल 2022 में आर्मी के बड़े अधिकारियों पर अपनी सत्ता से बेदखली का आरोप लगाया था।

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