काबुल । अफगानिस्‍तान में तालिबान के समर्थन में हजारों जिहादी भेजकर ‘छद्म युद्ध’ लड़ रहे पाकिस्‍तान के खिलाफ अफगान जनता और अन्य देशों के लोगों ने आवाज बुलंद की है। अफगानिस्‍तान, पाकिस्‍तान और भारत समेत दुनिया के कई देशों में पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की मांग ट्विटर पर टॉप ट्रेंड कर रही है। लाखों लोगों ने इस हैशटैग का इस्‍तेमाल करके तालिबान का समर्थन कर रहे पाकिस्‍तान के खिलाफ प्रतिबंध लगाने की मांग की है।

अफगानिस्‍तान में तालिबानी-पाकिस्‍तानी आतंकवादी एक के बाद एक प्रांतों पर कब्‍जा करते जा रहे हैं। इस दौरान तालिबान आतंकी जमकर खून बहा रहे हैं। हजारों की संख्या में लोग हताहत हुए हैं। वहीं लाखों लोगों को अपना घर छोड़कर सुरक्षित इलाकों की ओर भागना पड़ा है।

अब तक 3 लाख से ज्‍यादा लोग पाकिस्तान पर प्रतिबंध की मांग करते हुए ट्वीट कर चुके हैं। इस आवाज को बुलंद करने वालों में काबुल में पत्रकार हबीब खान प्रमुखता भी हैं। उन्‍होंने अपने फॉलोवर्स से अपील की है कि वे पाकिस्तान को प्रतिबंध करें हैशटैग से 10 लाख बार ट्वीट किया जाए।

कई यूजर्स ने अफगान लोगों के शांति से रहने के अधिकार का समर्थन किया है। वे ऐसा अफगानिस्‍तान चाहते हैं जहां पर पड़ोसी देश के हस्‍तक्षेप का खतरा न हो जो आतंकी भेजकर उनके बच्‍चों की हत्‍या करता हो। एक यूजर ने ट्वीट किया अगर संक्षेप में कहें तो अफगानिस्‍तान में स्थिरता लाने के लिए और मानवता को बचाने के लिए पाकिस्‍तान पर प्रतिबंध लगाने के अलावा और कोई विकल्‍प नहीं है। उल्लेखनीय है कि अफगानिस्‍तान से अमेरिका की वापसी के बाद स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। देश का लगभग 65 फीसदी हिस्सा तालिबान आतंकियों के कब्जे में जा चुका है। कई शहरों को तालिबान ने घेर रखा है और वहां रहने वाले लोगों को कैदी बना लिया है। भयंकर हिंसा का दौर जारी है। तालिबान की इस हिंसा को लेकर पाकिस्‍तान सवालों के घेरे में है। पाकिस्‍तान के गृहमंत्री शेख रशीद पहले ही स्वीकार कर चुके हैं कि कई तालिबानी आतंकियों के परिवार पाकिस्‍तान में रहते हैं।