भोपाल । शहर के निशातपुरा रेलवे अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट प्रारंभ हो चुका है। इस आक्सीजन प्लांट से 500 लीटर ऑक्सीजन प्रति मिनट  पैदा  होगी। इस प्लांट के शुरू होने के बाद रेलवे अस्पताल में भर्ती होने वाले रेलकर्मी और उनके परिवार के सदस्यों को ऑक्सीजन के लिए भटकना नहीं पड़ेगा।  प्लांट की शुरुआत 15 अगस्त को राष्ट्रीय पर्व के मौके पर की गई है। बता दें कि भोपाल रेल मंडल में 15,200 रेलकर्मी है। लगभग इतने ही पेंशनर है। सभी के लिए भोपाल मंडल के पास तीन रेलवे अस्पताल है। ये अस्पताल निशातपुरा, बीना व इटारसी में है। भोपाल का यह ऑक्सीजन प्लांट 500 लीटर ऑक्सीजन प्रति मिनट पैदा कर सकेगा। रेलवे ने ऑक्सीजन प्लांट लगाने की प्रक्रिया छह माह पहले शुरू की थी। रेलवे ने हाल में कोरोना संक्रमण के समय ऑक्सीजन की किल्लतो का सामना किया था। जिसे देखते हुए यह निर्णय लिया था। अस्पताल में दूसरी तरह की सुविधाओं का भी विस्तार किया गया है। इनमें वेंटिलेटरों की संख्या बढ़ाना, ऑक्सीजन वाले बिस्तर बढ़ाना, सामान्य मरीजों के लिए पलंग व मेडिकल उपकरण शामिल है। रेलवे अस्पताल 60 बिस्तरों की क्षमता वाला है। कोरोना संक्रमण के दौरान अधिक बिस्तरों की मांग को देखते हुए रेलवे ने बिस्तर बढ़ा दिए हैं। आक्सीजन सपोर्ट वाले बिस्तरों की संख्या बढ़ाई थी। इन बिस्तरों की मांग संक्रमण में गिरावट के साथ घट गई है।उल्लेखनीय है कि पश्चिम मध्य रेलवे में कोटा और जबलपुर रेलवे अस्पताल में भी प्लांट लगाया है। जबलपुर प्लांट की क्षमता 600 लीटर प्रति मिनट और कोटा प्लांट की क्षमता 500 लीटर प्रति मिनट ऑक्सीजन उत्पादन है।