गुना । जिले में बाढ़ एवं अतिवृष्टि से उत्पन्न स्थिति का जायजा लेने भारत सरकार के उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा गुना जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का हेलीकॉप्टर द्वारा निरीक्षण किया। उन्होंने हेलीपैड गुना आकर जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में ऊर्जा मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर, पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया, सांसद लोकसभा क्षेत्र गुना डॉ.के.पी. यादव, भाजपा जिलाध्यक्ष गजेन्द्र सिंह सिकरवार, विधायक श्री गोपीलाल जाटव, पूर्व विधायक एवं नपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह सलूजा, पूर्व चांचौडा़ विधायक श्रीमति ममता मीणा सहित कलेक्टर  फ्रेंक नोबल ए., पुलिस अधीक्षक  राजीव कुमार मिश्रा, अपर कलेक्टर श्री विवेक रघुवंशी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री टी.एस.बघेल उपस्थित रहे।

केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की बैठक में कहा कि मैनें स्वयं ग्वालियर संभाग के जिलों में बाढ की स्थिति से हुए नुकसान को देखा है। अब सबसे पहला काम हमारा यह है कि लोगों के जन-जीवन को सामान्य तथा जो नुकसान हुआ है उसके लिए राहत राशि का काम तेजी से किया जाये। उन्होंने कहा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में भोजन, पानी, बिजली, दवाओं के छिड़काव, आदि की व्यवस्था प्राथमिकता से की जाये। बाढ़ के कारण जिन गांव में पानी के  ट्रांसफार्मर और बिजली के खंबे डूबे थे, वहां पर बिजली की सप्लाई करने के पूर्व पूरी तरह से निरीक्षण कर लिया जाये, कि लाईन पूरी तरह से दुरूस्त है। उन्होंने कहा कि गरीबों को खाद्यान्न वितरण का कार्य तेजी से पूरा किया जाये। जिन क्षेत्रों के रास्ते अवरूद्ध हैं, वहां पर भी राशन पहुंचाया जाये।

श्री सिंधिया ने कहा कि अतिवृष्टि से जो लोग बेघर हुए हो और जान-माल का जो नुकसान हुआ हो उसका सर्वे शीघ्रता से कराकर राहत राशि प्रदान की जाये। पेयजल की व्यवस्था के संबंध में उन्होंने निर्देश दिए दिए पेयजल के स्त्रोत शुरू किये जाएं। जिससे लोगों को शुद्ध पानी मिल सके। दवाओं के छिडकाव के संबंध में केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि जिन क्षेत्रों में जलभराव की स्थिति निर्मित हुयी थी, वहां पर दवाओं का छिड़़काव किया जाये, ताकि बीमारियों का खतरा न रहे।

बैठक में श्री योगेन्द्र लुम्बा, श्री विटठ्लदास मीना, श्री राधेश्याम पारीख, श्री अंकुर श्रीवास्तव, श्री विकास जैन तथा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री निलेश परीख,उपस्थित रहे।

पंचायत मंत्री ने बतायी सोडा गांव की समस्या,

पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री श्री महेन्द्र सिंह सिसौदिया ने बैठक में जानकारी देते हुए बताया कि बमोरी विधानसभा क्षेत्र का सोडा़ गांव हर समय बाढ़ से प्रभावित होता है और इस गांव के निवासियों की जान पर बन आती है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के स्थाई समाधान के लिए कोई ऐसी व्यवस्था बने, जिससे यहां के नागरिकों को परेशानी न हो।

केन्द्रीय मंत्री ने जनप्रतिनिधियों एवं जिला प्रशासन के कार्यो को सराहा

केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि चाहे कोरोना की आपदा हो अथवा बाढ़़ या अतिवृष्टि की, गुना जिले के जन-प्रतिनिधियों और जिला प्रशासन ने बेहतर कार्यकुशलता से एवं समन्वय से काम करते हुए आपात समय में व्यवस्थाएं संभाल कर अच्छा उदाहरण पेश किया है। उन्होंने कहा कलेक्टर एवं पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वयं बाढ़ में फंसी 3 माह की नवजात बच्ची को रेसक्यू कर अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया है।

मौसम विज्ञान की सूचना एवं वर्षा की स्थिति पर नजर बनाये रखें

केन्द्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने बैठक में अधिकारियों को निर्देश दिए कि मौसम विज्ञान से प्राप्त जानकारी एवं प्रतिदिन के वर्षा के आंकड़ों को सामने रखकर पहले से ही इस प्रकार की व्यवस्था बनायी जाये कि अतिवृष्टि और बाढ़ से उत्पन्न होने वाली स्थिति से निबटा जा सके और नागरिकों को कम से कम परेशानी हो।

नागरिकों के नुकसान का हो शीघ्र आंकलन

श्री सिंधिया ने बैठक में कहा कि अतिवृष्टि और बाढ़ से नागरिकों के मकान, पशु हानि तथा व्यक्तिगत जो भी क्षति हुयी है उसका तत्काल मूल्यांकन कराया जाये। जिससे प्रभावितों को राहत शीघ्र मिल सके।

शासकीय परिसंपत्तियों को दुरूस्त कराने की हो कार्यवाही

बैठक में मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि जिले में जो शासकीय संपत्तियां जिनमें स्कूल, सड़क, पुल-पुलियां, अस्पताल, बिजली के खंबे, ट्रांसफार्मर आदि जो भी नुकसान हुआ हो उसका शीघ्र आंकलन हो, जिससे केंद्र से राशि की मांग की जाये।

 

स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया जाये

केंद्रीय मंत्री श्री सिंधिया ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से नागरिकों का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाये। इससे कोई बीमारी आदि न फैलने पाये।