भोपाल । राजधानी सहित प्रदेश भर में नई शराब दुकानें खोले जाने के विरोध में स्वर मुखर होने लगे हैं। सत्तारुढ पार्टी के नेताओं के साथ ही आम जनता भी नई शराब दुकानें खोलने का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में भोपाल शहर में शराब की नई दुकानें अलग-अलग स्थानों पर खुलने का विरोध हो रहा है। मंगलवार को भेल क्षेत्र के खजूरीकलां रोड रीगल होम्स में हाल ही में खुली शराब दुकान का विरोध हुआ।
रहवासियों ने शराब दुकान हटाने के विरोध में पहले प्रदर्शन किया। शराब दुकान हटाने की मांग को लेकर 24 दर्जन कालोनियों के 500 महिलाएं व पुरुष शराब की दुकान पर एकत्रित हो गए। शराब की दुकान खुलने को लेकर लोगों में इतनी नाराजगी थी कि दुकान की छत पर चढ़ कर शराब की दुकान पर लगा बैनर हटा कर फाड़ दिया। शराब की दुकान नहीं खुलेगी, नहीं खुलेगी के नारे लगाकर दुकान का शटर बंद करा दिया।
विरोध प्रदर्शन के बाद जिला प्रशासन से कोई अधिकारी नहीं आया तो रहवासियों ने सड़क पर बैठक चक्काजाम करना शुरू कर दिया। दोपहर साढ़े तीन से शाम छह बजे तक शराब की दुकान हटाने को लेकर विरोध प्रदर्शन व चक्काजाम चलता रहा। इससे सड़क के दोनों तरफ 50-50 मीटर लंबी वाहनों की कतार गई। ट्रक, बसें, लोडिंग वाहन, मैजिक वाहन, कार व दोपहिया वाहन चालक परेशान हुए। पता चलते ही एमपीनगर एसडीएम राजेश गुप्ता विरोध कर रहे रहवासियों के बीच पहुंचें। उनसे चक्काजाम खत्म करने की मांग की।
रहवासी अरुण मिश्र व कांग्रेस नेता प्रकाश चौकसे ने बताया कि शराब की दुकान हटाने की मांग का आश्वासन प्रशासन ने दिया। इसके बाद ही विरोध प्रदर्शन व चक्काजाम खत्म किया।सोमवार को पांच नंबर पर शराब की दुकान हटाने का विरोध कांग्रेसियों व स्थानीय लोगों ने किया था। वहीं शहर के अवधपुरी, शुभालय कालोनी, मिसरोद सहित अन्य क्षेत्रों में भी शराब की दुकान हटाने का विरोध हो चुका है। बता दें 13 मार्च को पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने भेल बरखेड़ा आजाद नगर बस्ती की दुकान में पत्थर मार कर शराब की चार बोतलें फोड़ कर शराब की दुकान हटाने की धमकी दी थी। इसके बाद शहर के अलग-अलग इलाकों में निरंतर शराब की दुकानें हटाने का विरोध हो रहा है। इस संबंध में एसडीएम राजेश गुप्ता ने बताया कि रहवासियों ने ज्ञापन दिया है। आबकारी विभाग मामले को देख रहा है। शराब दुकान हटाने पर विचार किया जाएगा।