सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : हरियाणा के 5 बार CM रहे ओपी चौटाला की रसम पगड़ी और श्रद्धांजलि सभा आज (31 दिसंबर) को सिरसा के चौटाला गांव में हो रही है। यहां चौटाला गांव स्थित चौधरी साहिबराम स्टेडियम में वाटर प्रूफ पंडाल लगाया गया है।
चारों तरफ सफेद पर्दे लगाए गए हैं। ओपी चौटाला की तेरहवीं की रस्म में घर की बड़ी बहू नैना चौटाला ने गाय पूजन की रस्म निभाई। सभा में 10 हजार लोगों के खाने का इंतजाम है। उनके लिए 5 तरह की रोटियां बनाई जा रही हैं।
कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी, हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा आएंगे। श्रद्धांजलि सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी पहुंचने के आसार हैं, लेकिन अभी किसी ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
प्रशासन ने सिरसा में धारा 163 (पहले 144) लगाई है। चौटाला गांव के आसपास 5 किलोमीटर के एरिया में ड्रोन, ग्लाइडर उड़ाने पर रोक है। श्रद्धांजलि सभा में वीआईपी और अन्य लोगों के बैठने की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। हजारों लोगों के लिए भोजन भी तैयार कराया जा रहा है।
ओपी चौटाला की रसम पगड़ी से जुड़ी PHOTOS…
ओपी चौटाला का 20 दिसंबर को गुरुग्राम में निधन हुआ था। उन्होंने 89 साल की उम्र में अंतिम सांस ली। इसके बाद उनकी पार्थिव देह सिरसा के तेजा खेड़ा गांव स्थित फार्म हाउस में लाई गई। जहां उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान उन्हें हरे रंग की तुर्रा पगड़ी भी पहनाई गई। यहां उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अलावा कई बड़ी शख्सियतें अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए पहुंचीं।
चौटाला परिवार ने पूरे प्रदेश में अस्थि कलश यात्रा निकाली
ओपी चौटाला के परिवार ने उनकी अस्थि कलश यात्रा भी निकाली। इस यात्रा से 3 दिन में प्रदेश के सभी 22 जिलों को कवर किया गया। इस दौरान लोगों ने जगह–जगह ओपी चौटाला को श्रद्धांजलि दी। इनेलो के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल माजरा का कहना था कि यह यात्रा उन लोगों के लिए निकाली गई, जो अंतिम संस्कार के वक्त नहीं आ सके थे। हालांकि इसके सियासी मायने भी निकाले गए। जिसमें यह माना गया कि इनेलो के बिखर चुके कैडर वोट को इकट्ठा करने और अगले चुनाव में कांग्रेस का विकल्प बनने के लिए ऐसा किया गया।
ओपी चौटाला के निधन से जुड़े 4 अहम बातें
1. अस्पताल पहुंचने के आधे घंटे बाद अंतिम सांस ली ओपी चौटाला 89 साल के थे। उनका 20 दिसंबर को गुरुग्राम में निधन हुआ था। हार्ट अटैक होने पर दोपहर करीब साढ़े 11 बजे परिवार उन्हें अस्पताल ले गया। वहां करीब आधे घंटे बाद दोपहर 12 बजे उन्होंने आखिरी सांस ली। चौटाला पहले से ही हार्ट और डायबिटीज समेत कई बीमारियों से ग्रस्त थे।
2. बेटों ने मुखाग्नि दी, पोतों ने अंतिम रस्में निभाईं अंतिम संस्कार के लिए उनकी पार्थिव देह गुरुग्राम से सिरसा के तेजाखेड़ा फार्म हाउस लाई गई। यहां 21 दिसंबर को उनका राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान बड़े बेटे अजय चौटाला और छोटे बेटे अभय चौटाला ने एक साथ उन्हें मुखाग्नि दी। उनके 4 पोतों दुष्यंत चौटाला, दिग्विजय चौटाला, अर्जुन चौटाला और कर्ण चौटाला ने संस्कार से पहले की अंतिम रस्में निभाईं।
3. सुप्रीम कोर्ट जज, केंद्रीय मंत्री श्रद्धांजलि देने पहुंचे ओपी चौटाला के निधन पर कई बड़ी हस्तियां उन्हें श्रद्धांजलि देने सिरसा पहुंचीं। इनमें उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल के अलावा सीएम नायब सैनी अंतिम संस्कार के दिन ही पहुंच गए थे। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के जज जस्टिस सूर्यकांत, योगगुरू स्वामी रामदेव, डेरा ब्यास मुखी गुरिंदर ढिल्लो के अलावा भी कई शख्सियतें श्रद्धांजलि देने पहुंची।
4. चौटाला की अंतिम विदाई के वक्त साथ दिखा पूरा परिवार ओपी चौटाला की अंतिम विदाई के वक्त उनका पूरा परिवार एक साथ दिखा। राजनीतिक तौर पर अलग–अलग हो चुके बड़े बेटे अजय चौटाला और छोटे बेटे अभय चौटाला के साथ ओपी के भाई रणजीत चौटाला साथ रहे। इसके अलावा परिवार की महिला सदस्य भी एक साथ बैठीं रहीं। जिनमें हिसार से एक–दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ने वालीं नैना चौटाला और सुनैना चौटाला भी शामिल है। बता दें कि अभय इनेलो को संभाल रहे हैं जबकि अजय JJP बना चुके हैं। रणजीत भाजपा में शामिल हुए लेकिन अब निर्दलीय सियासत कर रहे हैं।
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