सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: इंदौर में गारमेंट्स व्यापार में एक बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। जो ग्राहक ऑनलाइन शॉपिंग की ओर शिफ्ट हो गए थे, वे अब तीन साल बाद फिर से दुकानों पर वापस लौटने लगे हैं। इसका सबसे बड़ा कारण गारमेंट्स व्यापारियों द्वारा शुरू किया गया कॉल सेंटर है, जिससे ग्राहकी में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।

व्यापारियों ने रिकॉर्ड बिक्री की उम्मीद की व्यापारियों के अनुसार, इस बार की दीपावली बिक्री ने पिछले दो वर्षों के आंकड़ों को पार कर लिया है। 2024 में अब तक 20 करोड़ की बिक्री हो चुकी है, और दीपावली के दौरान इसे और भी बढ़ने की उम्मीद है।

कस्टमर डेटा से बढ़ा व्यापार इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन के अनुसार, 7 लाख से अधिक ग्राहकों का डेटा इकट्ठा किया गया है, और इस डेटा का उपयोग ग्राहकों से सीधे संपर्क करने के लिए किया जा रहा है। 23 कर्मचारियों की एक टीम ग्राहकों को कॉल करती है और उन्हें दुकानों पर विजिट करने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसके परिणामस्वरूप दुकानों पर ग्राहक लौट रहे हैं और दुकानदारों का व्यापार बढ़ा है।

महिलाओं से भी लिया जा रहा मोबाइल नंबर पहले व्यापारी ग्राहकों से मोबाइल नंबर नहीं लेते थे, जिससे कोई डेटा उपलब्ध नहीं था। लेकिन अब महिला ग्राहकों से भी अनिवार्य रूप से नंबर लिए जा रहे हैं, जिससे ग्राहक बार-बार खरीदारी करने आ रहे हैं।

ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ मुहिम इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन ने पिछले तीन वर्षों से ऑनलाइन शॉपिंग के खिलाफ एक मुहिम चलाई है। एसोसिएशन का मानना है कि ऑनलाइन शॉपिंग में ग्राहकों को प्रलोभन के तहत धोखा दिया जाता है, जबकि दुकान पर जाकर खरीदारी करने पर गुणवत्ता की गारंटी होती है।

अक्षय जैन, अध्यक्ष इंदौर रिटेल गारमेंट्स एसोसिएशन का कहना है:
“हमने कस्टमर डेटा इकट्ठा करना शुरू किया और अब हम सफल हो रहे हैं। 2022 और 2023 के बिजनेस को हम पहले ही पार कर चुके हैं, और अब लग्नसरा और दीपावली का सीजन अभी बाकी है।”

2022 से 2024 के दिवाली सीजन के आंकड़े:

  • 2022: 15 करोड़
  • 2023: 18 करोड़
  • 2024: 20 करोड़ (अब तक)

निष्कर्ष:
इंदौर के गारमेंट्स व्यापारियों की रणनीति और कॉल सेंटर मॉडल की वजह से ऑनलाइन शॉपिंग से शिफ्ट हुए ग्राहक फिर से दुकानों पर लौट रहे हैं, जिससे व्यापार में तेजी से वृद्धि हुई है।