इंदौर में धोखाधड़ी के कई मामलों के बारे में आपने सुना होगा, उनके तरीकों के बारे भी पता होगा। मगर इंदौर में दो बदमाशों ने धोखाधड़ी के एक ऐसे तरीके का इस्तेमाल किया, जिससे अधिकारी भी हैरत में आ गए। बदमाश ने इस तरीके से बैंक के ATM से 4 लाख 99 हजार रुपए निकाल लिए। बैंक को
- विजिलेंस की टीम ने बैंक मैनेजर से संपर्क किया ओर बताया कि इस घटना में बदमाशों ने कार्ड लगाया, पिन डाला और राशि का डिस्बर्समेंट शुरू होने के दौरान बदमाशों ने मशीन के साथ टेम्परिंग की। बदमाशों ने मशीन में छेड़छाड़ कर 50 ट्रांजेक्शन किए। जब इसकी जानकारी बैंक व पुलिस के अधिकारियों को पता चली तो वे भी हैरान हो गए।
- घटना का पता चलने के बाद बैंक अफसर विजय नगर थाने पहुंचे और एफआईआर दर्ज कराई। पुलिस ने भी धोखाधड़ी और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया। पुलिस ने घटना के दिन के सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए जिसमें दो युवक वारदात को अंजाम देते नजर आ रहे है।
ATM रूम में पहले एक बदमाश अंदर आता है। वह बैंक का डेबिट कार्ड लगाता है। पिन भी इंटर करता है। इस बीच जब ATM मशीन से पैसा बाहर आने की प्रोसेस होती है तब उसका साथ में आया दूसरा बदमाश ATM रूम में दाखिल होता है और मशीन के पिछले हिस्से में जाकर पॉवर प्लग निकाल देता है।
– इससे निकाली जाने वाले रुपए कैश डिस्बर्समेंट पर आ जाती है। इस तरह की एरर व तकनीकी इन्ट्रप्शन में राशि अकाउंट होल्डर के खाते से कट कर वापस उसके खाते में क्रेडिट हो जाती है। इस तरह बदमाशों ने वारदात को अंजाम दिया और अलग-अलग बैंकों के डेबिट कार्ड का इस्तेमाल कर 50 ट्रांजेक्शन कर ATM मशीन से 4 लाख 99 हजार रुपए निकाल लिए।
- सीसीटीवी फुटेज में साफ देखा गया है कि वारदात के दौरान पहले एक युवक ATM रूम के अंदर आता है और मशीन में कार्ड लगाकर पिन इंटर करता है। जब मशीन रुपए प्रोसेस करने लगती है तभी वहां पर उसका साथी भी रूम में आता है और मशीन के पीछे जाकर पावर प्लग निकाल देता है। तब तक पहला बदमाश मशीन के सामने ही खड़ा रहता है। इस तरह बदमाशों ने ट्रांजेक्शन कर रुपए निकाले और वहां से भाग निकले।
अब इस मामले में पुलिस क्या करने जा रही है…
विजय नगर टीआई रवींद्र गुर्जर का कहना है कि बैंक के मैनेजर ने इस घटना की शिकायत की। उन्होंने बताया कि एक्सिस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट और एचडीएफसी बैंक के डेबिट कार्ड से 10-10 हजार के कई ट्रांजेक्शन किए हैं। बदमाशों ने मशीन में गड़बड़ी करके पॉवर प्लग निकालकर इस प्रकार धोखाधड़ी की है। दो अज्ञात बदमाश सीसीटीवी में आए है उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मामले में फुटेज के आधार पर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गई है।
वारदात करने वालों की तलाश
टीआई का कहना है कि इस प्रकार का मामला छह महीने पहले भी सामने आ चुका है। उस दौरान उसमें 50 हजार रुपए का ट्रांजेक्शन हुआ था। राजस्थान के गिरोह की भी अभी हुई वारदात में तलाश की जाएगी। साथ ही इस तरह की वारदात कौन करता है, इसकी भी जांच की जा रही है। पुलिस ATM मशीनों से वारदात करने वाले पुराने बदमाशों और गैंग की भी जानकारी निकाल रही है।
तीन बैंकों के कार्ड से ट्रांजेक्शन, पुलिस कर रही पता
इस मामले में पुलिस को ये जानकारी मिली है कि बदमाशों ने बैंक से ट्रांजेक्शन करने के लिए तीन बैंक के कार्ड का इस्तेमाल किया है। जिन तीन बैंकों के कार्ड का इस्तेमाल किया गया है। वह किसके नाम के है उनका खाता नंबर क्या है। पुलिस इसकी जानकारी जुटाने में लगी है। ताकि ट्रांजेक्शन करने वालों का पता चल सके। संभवत: पुलिस इन संबंधित बैंक से इन कार्ड के बारे में जानकारी निकालेगी।
सीसीटीवी फुटेज से भी तलाश
इधर, घटना के दौरान एटीएम रूम में लगे सीसीटीवी कैमरे में जो दो युवक नजर आए है। उनकी सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने तलाश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने अपने मुखबिर तंत्र को भी एक्टिव कर दिया है। साथ ही इलाके में लगे अन्य सीसीटीवी फुटेज की भी पुलिस जांच करेगी। ताकि इनका मूवमेंट के बारे में जानकारी मिल सके। बदमाशों ने कितने समय में इन वारदात को अंजाम दिया इसे लेकर भी जानकारी निकाल रही है। ATM से धोखाधड़ी करने वाले पुराने बदमाशों और गैंग के बारे में भी पुलिस पता कर रही है। बताया जा रहा है कि धोखाधड़ी के इस मामले में विजय नगर पुलिस बैंक की विजिलेंस टीम से भी जानकारी ले सकती है।