भोपाल । राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत लाभार्थी को दी जाने वाली राशि अब बढा दी है। योजना के तहत अब हितग्राही को  55 हजार रुपये मिलेंगे। योजना में अब 11 हजार रुपये नकद के साथ 38 हजार रुपये के उपहार दिए जाएंगे। इसमें छह हजार रुपये सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजक को प्रति जोड़े के हिसाब से तैयारियों के लिए दिए जाएंगे। यह निर्णय कल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में लिया गया। राज्य सरकार के प्रवक्ता गृह मंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि आयोजकों को अभी तक तीन हजार रुपये प्रति हितग्राही विवाह की तैयारी के लिए दिए जाते थे।

इसे बढ़ाकर छह हजार रुपये किया गया है। योजना में जो गृहस्थी के उपयोग में आने वाली सामग्री उपहार में दी जाएगी। इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए समिति होगी। उसी हितग्राही को योजना का लाभ मिलेगा, जो नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद या जनपद पंचायत द्वारा आयोजित किए जाने वाले सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल होंगे। सामूहिक विवाह कार्यक्रम के लिए वर्षवार कैलेंडर बनेगा।

श्रम विभाग की विवाह सहायता योजना अब अलग से संचालित नहीं होगी। हितग्राही के सत्यापन की जिम्मेदारी स्थानीय निकाय की रहेगी। विदिशा जिले की सिरोंज तहसील में कोरोना काल के दौरान मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में फर्जी भुगतान का मामला सामने आया था। भाजपा के विधायक उमाकांत शर्मा ने जब विधानसभा में इस मुद्दे को उठाया तो सरकार ने जांच कराई। इसमें अपात्रों के नाम पर प्रकरण स्वीकृत करके राशि का गबन किया गया। इसके लिए दोषी सिरोंज जनपद पंचायत के तत्कालीन मुख्य कार्यपालन अधिकारी शोभित त्रिपाठी और दो कंप्यूटर आपरेटर की गिरफ्तारी हो चुकी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार योजना के तहत बीते दिसंबर महीने में 30 करोड़ रुपये का फर्जी भुगतान करने का मामला उजागर हुआ था। इसके बाद राज्य सरकार ने दोषी अधिकारी एवं कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है।