सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : नगर निगम मंगलवार को वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए करीब आठ हजार करोड़ 40 लाख रुपए का बजट पेश करेगा। बाजारों से फिल्मी डायलॉग की तरह तीन गुना लगान वसूलने की तैयारी है। कमर्शियल प्रॉपर्टी से संपत्ति, जल और स्वच्छता तीनों कर बढ़ाए जा रहे हैं। निगम का कहना है कि 15 साल बाद टैक्स में बढ़ोतरी की जा रही है। मामले में कांग्रेस संपत्ति कर,जल, स्वच्छता कर, घोटाले के मुद्दों को उठाएगी कांग्रेस, विरोध में धरना भी देगी। आज के बजट सत्र में हंगामा होने के भी आसार हैं।
निगम के सम्मेलन में महापौर पुष्यमित्र भार्गव बजट प्रस्तुत करेंगे। इसमें 108 कॉलोनियों का रेट जोन बदलकर दो से तीन रु. प्रति वर्गफीट संपत्तिकर बढ़ाया जा सकता है। प्रमुख बाजारों में संपत्ति कर 4 से 7 रुपए प्रति वर्गफीट तक बढ़ सकता है। औद्योगिक क्षेत्र में भी टैक्स बढ़ेगा। साथ ही 200 करोड़ की लागत से देवगुराड़िया ट्रंेचिंग ग्राउंड में वेस्ट टू एनर्जी का प्लांट स्थापित करने, 1500 करोड़ से संपवेल का प्रोजेक्ट और डिजिटल सिटी के लिए 50 करोड़ का प्रस्ताव रखा जाएगा।
बजट में अमृत-2 के 2200 करोड़, मास्टर प्लान की सड़कों का 469 करोड़ और नमामि गंगे योजना के 511 करोड़ के प्रस्ताव भी शामिल हैं। इन तीन प्रोजेक्ट में तीन हजार करोड़ खर्च करेंगे। 100 करोड़ से 125 सड़कों को पूरा करने का भी प्रस्ताव है। छात्रों को महापौर पास के रूप में मिलने वाली छूट कम की जा सकती है। अभी 25 फीसदी राशि के साथ छात्रों को पास जारी किए जाते थे। अब छूट आधी की जा सकती है।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए भी सिटी बस पास और छूट का प्रावधान हो सकता है। इस साल निगम खुद का पोर्टल बनाने जा रहा है, इसलिए पिछले साल की तुलना में डिजिटल सिटी का बजट 10 से 15% बढ़ाया जा रहा है। आवासीय संपत्ति पर कचरा शुल्क नहीं बढ़ाया जा रहा है लेकिन जलकर 100 रुपए बढ़ेगा। संपत्तिकर में भी दो से तीन रुपए का इजाफा हो सकता है।
इस तरह बढ़ेगा टैक्स का बोझ
- पानी : आवासीय नल कनेक्शन पर 100 रु. बढ़ाकर 300 रुपए किया जाएगा
- गैर आवासीय को आधा इंच के कनेक्शन पर 750 रुपए शुल्क लगता है, अब एक हजार रुपए, फैक्ट्री संचालक को 1500 रुपए चुकाना पड़ सकते हैं। 6 इंच के बल्क कनेक्शन पर 60 हजार 200 रुपए शुल्क लगता है, यह भी 10 से 20 हजार रुपए तक बढ़ेगा। जलकर बढ़ाने पर 100 करोड़ की आय संभावित है।
- संपत्ति कर : आवासीय संपत्ति में 2 से 3 रुपए वर्ग फीट के हिसाब से बढ़ोतरी होगी। रेट जोन-1 में 3 रुपए प्रति वर्ग फीट तो रेट जोन 2,3,4 और 5 में 2 रुपए प्रति वर्ग फीट बढ़ेगा। 108 कॉलोनियों के रेट जोन बदलेंगे।
- कमर्शियल प्रॉपर्टी पर 4 से 7 रुपए प्रति वर्गफीट की बढ़ोतरी होगी।
- कचरा शुल्क : हॉस्पिटल, टाउनशिप, बड़े संस्थानों में बल्क कचरा शुल्क बढ़ेगा। अभी 180 रुपए से 200 रुपए शुल्क तक लेते हैं। एक टन से ज्यादा कचरा देने वालों से ज्यादा शुल्क लिया जाएगा। घरों को इससे मुक्त रखा गया है। उनसे बढ़ा हुआ कचरा शुल्क नहीं लिया जाएगा। उन्हें 150 रुपए ही देना होंगे।
महापौर केसरी स्पर्धा का बजट बढ़ेगा
गणेशोत्सव, महापौर केसरी स्पर्धा के लिए मिलने वाले अनुदान को 30 से 35 लाख किया जाएगा। निगम इस साल बड़ा कवि सम्मेलन भी करवाएगा, जिसके लिए बजट का प्रावधान होगा। खेलों के लिए दो करोड़ का अनुदान, वहीं विधायक निधि से बनने वाली छह पानी की टंकियों के लिए भी बजट में प्रावधान रहेगा। बावडि़यों के जीर्णोद्धार के लिए करोड़ों का फंड आवंटित होगा। पिछली बार भी इसका प्रावधान था, लेकिन राशि खर्च नहीं की जा सकी।
आमदनी 800, बजट 8 हजार करोड़
नगर निगम की आय की बात करें तो विभिन्न प्रकार के टैक्स से 700 से 800 करोड़ की आय प्राप्त होती है। चुंगीकर सहित अन्य योजनाओं से मिलने वाली राशि की बात करें तो यह एक हजार करोड़ से अधिक नहीं होती है। बजट भले ही साढ़े सात से आठ हजार करोड़ का पेश किया जाता है, लेकिन निगम की इतनी आय ही नहीं होती है। स्थिति यह है कि अभी ठेकेदारों का ही 450 करोड़ का भुगतान बकाया है। दो साल से निगम आर्थिक तंगी की बात कह रहा है।