सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: भारत की म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री ने अप्रैल 2025 में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इस महीने म्यूचुअल फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) पहली बार 70 लाख करोड़ रुपये से अधिक हो गया है, जो पिछले साल की तुलना में 22% की बढ़त को दर्शाता है। मार्च 2025 की तुलना में यह आंकड़ा 6% बढ़ा है। यह वृद्धि निवेशकों के मजबूत विश्वास और बाजार में बढ़ती सक्रियता को दर्शाती है।
एसआईपी (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) के जरिए भी निवेश में तेजी आई है। अप्रैल में एसआईपी के माध्यम से 26,632 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो अप्रैल 2024 के 20,371 करोड़ रुपये की तुलना में लगभग 31% अधिक है। एसआईपी अकाउंट की संख्या भी 9 करोड़ से ऊपर पहुंच गई है।
इक्रा एनालिटिक्स की रिपोर्ट के अनुसार, म्यूचुअल फंड के विभिन्न वर्गों में निवेश की रफ्तार अलग-अलग रही। सबसे अधिक वृद्धि अन्य स्कीम कैटेगरी (इंडेक्स फंड, ईटीएफ, और फंड ऑफ फंड्स) में 23.80% हुई। ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम्स का एयूएम 23.57% बढ़ा, जबकि हाइब्रिड स्कीम में 20.74% की वृद्धि दर्ज की गई।
गोल्ड ईटीएफ ने सबसे जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 87.33% की वृद्धि के साथ अपना एसेट 61,422 करोड़ रुपये तक पहुंचाया। इंडेक्स फंड के एसेट में भी 31% की वृद्धि हुई, जो अब 2.92 लाख करोड़ रुपये हो गया है। सेक्टोरल और थीमेटिक फंड्स ने 49.94% की वृद्धि दर्ज की, जबकि मल्टी कैप फंड्स में 35.79% की तेजी देखी गई।
यह आंकड़े दर्शाते हैं कि निवेशक म्यूचुअल फंड को सुरक्षित और लाभकारी विकल्प के रूप में देख रहे हैं और विभिन्न वर्गों में अपने निवेश को फैलाकर जोखिम कम करने की रणनीति अपना रहे हैं।
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