सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : प्रसिद्ध सरोद वादक पंडित शंकर भट्टाचार्य ने कहा कि संगीत की साधना विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है। छोटी उम्र से ही उन्हें संगीत की शिक्षा दी जानी चाहिए, क्योंकि यह उनकी कल्पनाशीलता और एकाग्रता को बढ़ाता है। पंडित भट्टाचार्य ने पीएम जवाहर नवोदय विद्यालय, रातीबड़ में विद्यार्थियों के बीच सरोद की सुंदर प्रस्तुति दी। उनकी प्रस्तुति राग दुर्गा पर आधारित थी, जिसने विद्यार्थियों को मंत्रमुग्ध कर दिया। बच्चों ने तालियों की गड़गड़ाहट के साथ प्रस्तुति की सराहना की।


स्पिक मैके भोपाल चेप्टर के तत्वावधान में आयोजित श्रृंखला में पंडित भट्टाचार्य ने 7 हिल्स स्कूल, माउलाना आजाद नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, पीएम जवाहर नवोदय विद्यालय श्यामपुर, और मन्ध्यांचल यूनिवर्सिटी में भी सरोद वादन किया। तबले पर उनका साथ प्रख्यात तबला वादक पंडित अजय कुलकर्णी ने दिया।
प्रस्तुति के दौरान पंडित भट्टाचार्य ने आलाप, जोड़, झाला के साथ राग किरवानी, कलाश्री, मल्हार, दुर्गा और अहीर भैरव का जीवंत प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि वे कार्यक्रम के समय, वातावरण और श्रोताओं की मनःस्थिति के अनुसार राग का चयन करते हैं।17 से अधिक देशों में भारतीय शास्त्रीय संगीत का जादू बिखेर चुके पंडित भट्टाचार्य वर्तमान में नागपुर में रहकर गुरु-शिष्य परंपरा के तहत निशुल्क संगीत शिक्षा भी प्रदान कर रहे हैं।

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