सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यपालक निदेशक प्रो. (डॉ) अजय सिंह ने लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण तथा चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री राजेंद्र शुक्ल से उनके सरकारी आवास पर एक शिष्टाचार भेंट की। इस दौरान प्रो. सिंह ने एम्स की उपलब्धियों से उप-मुख्य मंत्री को अवगत कराया तथा मध्य प्रदेश में आपातकालीन चिकित्सा सेवा प्रदान प्रणाली पर चर्चा की। देश के सर्वश्रेष्ठत चिकित्सा् स्थातनों की श्रेणी में 2 वर्ष पूर्व तक एम्स किसी भी रैंकिंग में नहीं आता था, लेकिन पिछले दो वर्षों के दौरान एम्स ने जबरदस्त तरक्की की है। प्रोफेसर सिंह ने अगस्त 2022 से यहां का कार्यभार संभाला और एम्स की साख को मजबूत करने के लिए कुछ कड़े कदम उठाये जिसका परिणाम अगले ही साल दिखाई पड़ा। सरकारी मेडिकल कॉलेज की श्रेणी में एम्स ने अपनी समग्र रैंकिंग में जबरदस्त सुधार किया है, जो 2023 में 20वें स्थान से 2024 में 16वें स्थान पर पहुंच गया है। इसके अलावा, एम्स ने सर्वश्रेष्ठ उभरते कॉलेजों की सूची में दूसरा स्थान हासिल किया है जबकि वर्ष 2000 में और उसके बाद स्थापित उच्चतम स्कोरिंग कॉलेजों में तीसरा स्थान प्राप्त करके एक और उपलब्धि हासिल की है।
डॉ. सिंह ने मुख्यमंत्री को एम्स द्वारा आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं के क्षेत्र में उठाए गए सुधारात्मनक कदमों के बारे में विस्तार से बताया। डॉ. सिंह ने कहा कि एम्स आपातकालीन चिकित्सा में लगातार उन्नत प्रौद्योगिकियों को सम्मिलित कर रहा है जिससे कि आपातकालीन स्थितियों में त्वरित इलाज सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने मध्ये प्रदेश के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के सहयोग से एम्स द्वारा मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के 500 से अधिक डॉक्टर एवं नर्सिंग अधिकारियों को दिये जा रहे आपातकालीन चिकित्सा संबंधित प्रशिक्षण के बारे में भी मुख्यमंत्री को विस्तार से बताया। इस प्रशिक्षण के पश्चात् संपूर्ण मध्यसप्रदेश में ट्रॉमा एवं इमरजेंसी जैसे मामालों का कुशल प्रबंधन किया जा सकेगा। मुख्यमंत्री ने एम्स की उपलब्धियों की सराहना करते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। भविष्य में भी एम्स प्रदेशवासियों एवं अन्यं लोगों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए सदैव प्रयत्न शील रहेगा, जिससे राज्य के स्वास्थ्य बुनियादी संरचना को मजबूती मिलेगी।