सीएनएन  सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत के साथ अपने संबंधों को मजबूत करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि उनके देश की ‘मालदीव फर्स्ट’ नीति से भारत के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मुइज्जू ने कहा कि मालदीव कभी भी ऐसा कुछ नहीं करेगा जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा पहुंचे।

टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में मुइज्जू ने बताया कि मालदीव, भारत के साथ रणनीतिक संबंध बनाना जारी रखेगा क्योंकि भारत एक महत्वपूर्ण साझेदार और मित्र है। उन्होंने कहा कि मालदीव क्षेत्रीय स्थिरता और सुरक्षा के लिए भारत के साथ मिलकर काम करेगा।

प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात
मुइज्जू की भारत की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा है, जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ हैदराबाद हाउस में द्विपक्षीय बैठक की। इस दौरान दोनों नेताओं ने मालदीव में हनीमाधू इंटरनेशनल एयरपोर्ट के रनवे का वर्चुअल उद्घाटन किया। मुइज्जू ने पीएम मोदी को मालदीव आने का निमंत्रण भी दिया।

भारत की सहायता पर धन्यवाद
मालदीव के राष्ट्रपति ने भारत को 400 मिलियन अमेरिकी डॉलर के करेंसी स्वैप एग्रीमेंट और 3000 करोड़ रुपए की सहायता के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत ने जरूरत के समय मालदीव का हमेशा साथ दिया है।

मोदी का बयान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और मालदीव के संबंध सदियों पुराने हैं और भारत ने हमेशा मालदीव के लोगों की भलाई की है। उन्होंने बताया कि भारत ने मालदीव के 28 द्वीपों पर पानी और सीवरेज प्रोजेक्ट पूरे किए हैं, जो 30 हजार लोगों को साफ पानी प्रदान करेंगे।

राष्ट्रपति भवन में स्वागत
मुइज्जू का राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया, जहां उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी भी मौजूद थे। इसके बाद मुइज्जू राजघाट पर महात्मा गांधी की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने गए।

राष्ट्रपति मुइज्जू की यात्रा भारत और मालदीव के बीच संबंधों को और भी मजबूत करने का अवसर प्रदान करेगी।