सीएनएन सेंट्रल न्यूज़ एंड नेटवर्क–आईटीडीसी इंडिया ईप्रेस /आईटीडीसी न्यूज़ भोपाल : मध्यप्रदेश भवन एवं अन्य संनिर्माण कर्मकार कल्याण मंडल, श्रम विभाग, सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफॉर्मेंस (क्रिस्प) और तकनीकी शिक्षा विभाग, मध्यप्रदेश के सहयोगात्मक प्रयास से स्थापित एक अग्रणी संसथान ‘श्रमोदय मॉडल आईटीआई’ ने अपने मेधावी छात्रों के दम पर मध्य प्रदेश में रचा एक नया इतिहास। इस संसथान ने राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत की है, जहां गरीब और श्रमिक परिवारों के बच्चों को बेहतरीन शिक्षा और अत्याधुनिक सुविधाएं मिल रही हैं। खासकर, सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड की तीन बालिकाओं ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से पूरे प्रदेश में धूम मचा दी है। संसथान में कुल आठ ट्रेड्स में शिक्षा प्रदान की जाती है।
राज्य व्यावसायिक प्रशिक्षण परिषद (एससीवीटी) परीक्षा में टॉप 25 में 18 विद्यार्थी श्रमोदय मॉडल आईटीआई से ही हैं। राज्य के शीर्ष 10 प्रशिक्षणार्थियों में से 6 छात्राएं भी इसी संसथान से है। यह सफलता संस्थान की बेहतरीन सुविधाओं, अच्छी शिक्षा, स्मार्ट क्लासरूम्स, उच्च गुणवत्ता वाली मेस सेवा और शानदार आवासीय व्यवस्था का प्रत्यक्ष परिणाम है।
इन तीनों बालिकाओं ने अपनी मेहनत और कौशल के साथ साबित कर दिया कि अगर सही अवसर और सुविधाएं मिलें, तो कोई भी छात्र अपने सपनों को हकीकत बना सकता है। इन विद्यार्थियों के लिए यह केवल एक परीक्षा में सफलता का मामला नहीं था, बल्कि यह उन संघर्षों और चुनौतियों का विजय थी, जिनका सामना उन्होंने अपने परिवार के आर्थिक हालात और सीमित संसाधनों के बावजूद किया।
श्रमोदय मॉडल आईटीआई का यह ऐतिहासिक प्रदर्शन न केवल इन छात्रों के लिए गर्व की बात है, बल्कि पूरे समाज के लिए यह एक प्रेरणा है। इस संस्थान के माध्यम से क्रिस्प ने शिक्षा और प्रशिक्षण की दिशा में एक नया मार्ग प्रशस्त किया है, जो आने वाले समय में और भी छात्रों को उनके लक्ष्य की ओर मार्गदर्शन करेगा। यह सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा बन चुकी है, जो अपने सपनों को हकीकत में बदलने की राह पर हैं।
बॉक्स: गणतंत्र दिवस के अवसर के उपलक्ष्य में श्रीमती हर्षिका सिंह, संचालक, कौशल विकास संचालनालय, मध्य प्रदेश ने गोविंदपुरा आईटीआई में 18 विद्यार्थी सहित 6 ट्रेनिंग ऑफिसर्स को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में उन्होंने आगे कहा कि, “एक महिला अफसर होने के नाते मुझे थोड़ी और खुशी हुई जब मैंने देखा कि टॉप 10 में 6 छात्राएँ श्रमोदय मॉडल आईटीआई से हैं। आगे उन्होंने कहा, हमें भी सीखने की आवश्यकता है श्रमोदय के ट्रेनिंग ऑफिसर्स और बाकी आईटीआई ट्रेनिंग ऑफिसर्स को आपस में इंटरेक्शन करना चाहिए, ताकि जहां अच्छा कार्य हो रहा हो, वहां से सीखा जाना चाहिए”।
निदेशक मोहन यादव, मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश ने कहा कि, “मुझे यह बताते हुए प्रसन्नता है कि श्रम मंत्रालय, कर्मकार कल्याण मंडल (BoCW) द्वारा वित्तीय पोषित एवं क्रिस्प द्वारा प्रबंधित व संचालित गरीब श्रमिकों के आश्रित बच्चों को व्यावसायिक शिक्षा देने के उद्देश्य से दो वर्ष पूर्व निर्मित श्रमोदय मॉडल आईटीआई भोपाल के मेधावी प्रशिक्षणार्थियों ने कौशल विकास में अपनी प्रतिभा से श्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। एससीवीटी की परीक्षा परिणाम में प्रदेश के प्रथम 25 शीर्ष प्रशिक्षणार्थियों में से 18 प्रशिक्षणार्थी श्रमोदय मॉडल आईटीआई भोपाल से ही हैं, साथ ही प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान भी इसी संस्थान की होनहार बालिकाओं को प्राप्त हुआ है। इस सफलता के लिए हमारे श्रम मंत्री आदरणीय श्री प्रहलाद पटेल जी, क्रिस्प के प्रबंध संचालक डॉ. श्रीकांत पाटिल सहित संस्थान की पूरी टीम को बधाई देता हूँ”। आगे उन्होंने विद्यार्थी और प्रशिक्षकों को शुभकामनाएं दी।
मध्यप्रदेश के श्रम, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि, “श्रमोदय मॉडल आईटीआई भोपाल के मेधावी विद्यार्थियों की ये उपलब्धि निश्चय ही गौरवांवित करने वाली है। बच्चों की शिक्षा और सर्वांगीण विकास के लिए मप्र सरकार सदैव कृतसंकल्पित है। मुख्यमंत्री मोहन यादव का मार्गदर्शन और आशीर्वाद बच्चों को नई ऊँचाइयाँ हासिल करने की प्रेरणा देगा। यहां के बच्चों का उत्साह और अध्ययन में उनकी रुचि प्रेरित करने वाली है। विद्यार्थियों की मेहनत और शिक्षकों की लगन से यहाँ कौशल विकास के नये आयाम स्थापित हों, यही शुभकामनाएं हैं”। मंत्री ने क्रिस्प के प्रबंध संचालक, श्रीकांत पाटिल और क्रिस्प की टीम को बधाई देकर सबका उत्साहवर्धन किया।
निदेशक श्रीकांत पाटिल, प्रबंध संचालक,क्रिस्प, “हमारा उद्देश्य हमेशा से ही यह रहा है कि हम मेहनती परिवारों के बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और प्रशिक्षण उपलब्ध कराएं। इन होनहार विद्यार्थियों की सफलता यह साबित करती है कि जब मेहनत और सही दिशा मिलती है, तो कोई भी सपना साकार हो सकता है। मैं इन विद्यार्थियों की सफलता पर गर्व महसूस करता हूँ और यकीन है कि यह प्रेरणा आने वाले समय में और भी युवाओं को सफलता की राह दिखाएगी। केंद्र सरकार ने इसी दिशा में 1000 आईटीआई के उन्नयन का लक्ष्य रखा है इस लक्ष्य के लिए श्रमोदय मॉडल आईटीआई पथप्रदर्शक भी हो सकता है”
निदेशक एस एस मिश्रा, प्राचार्य, श्रमोदय मॉडल आईटीआई: “श्रमोदय मॉडल आईटीआई ने हमेशा अपने छात्रों को न केवल शैक्षिक, बल्कि व्यक्तिगत विकास की दिशा में भी प्रेरित किया है। आज, जब हमारे 6 छात्राएँ सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड में प्रदेश की टॉप 10 में हैं, तो यह सिर्फ उनके आत्मविश्वास और संघर्ष का परिणाम है, बल्कि यह हमारे संस्थान की कड़ी मेहनत और उच्च गुणवत्ता वाले प्रशिक्षण की भी जीत है। हम इन विद्यार्थियों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हैं।”
स्नेह धाकड़ का अनुभव
प्रदेश में प्रथम स्थान पाने वाली स्नेह धाकड़ मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले से हैं। उनके पिताजी मंडी में लेबर के रूप में काम करते हैं और माँ काजू पैकेजिंग का काम करती हैं। घर में कुल 7 सदस्य हैं। स्नेहा का कहना है, “यहाँ इस संस्थान में उच्चस्तरीय शिक्षा दी जाती है और यहाँ की सारी सुविधाएं – रहने से लेकर अच्छा खाना, स्मार्ट क्लासरूम्स में पढ़ाई और प्रैक्टिकल – हमें इंडस्ट्री के हिसाब से सिखाया जाता है। मैं इसी क्षेत्र में आगे बढ़कर अच्छी जॉब करना चाहती हूँ और अपने परिवार की मदद करना चाहती हूँ।”
करिश्मा मल्होत्रा का अनुभव
करिश्मा मल्होत्रा, श्रमोदय मॉडल आईटीआई से सिविल इंजीनियरिंग ट्रेड में शिक्षा प्राप्त कर रही हैं और यहाँ की शिक्षण प्रणाली का उनकी सफलता में अहम योगदान है। वे कहती हैं, “यहाँ हमें अच्छे वातावरण के साथ-साथ अच्छे उपकरण और सामग्री दी जाती है, जिससे हम उद्योग की मांग के हिसाब से सीख सकें। साथ ही, हमारी तैयारी में कोई कमी न रह जाये, इसके लिए ट्रेनिंग ऑफिसर्स द्वारा दैनिक असाइनमेंट्स, साप्ताहिक और मासिक टेस्ट भी लिए जाते हैं। मेरे पिताजी शिवपुरी में लेबर का काम करते हैं, इसलिए मैं चाहती हूँ कि मैं और अच्छी पढ़ाई करके आत्मनिर्भर बनूं और अपने पिताजी और परिवार की मदद करूँ।”
नर्मदापुरम की रहने वाली ऋतू कुशवाहा ने कहा कि यहाँ आकार पढ़ने में अधिक मन लगता है यहाँ लाइब्रेरी है अच्छे शिक्षक और अच्छा वातावरण है न सिर्फ हमारी पढाई पर ध्यान दिया जाता है बल्कि हमारे व्यक्तित्व विकास का भी ध्यान रखा जाता है। खाने से लेकर खेलने तक की सुविधाएं है और पढाई में कोई ढिलाई नहीं दी जाती। में अपने आप को गौरवशाली मानती हूँ की मुझे यहाँ एडमिशन मिला और मैंने टॉप किया। मैं भविष्य में अधिक शिक्षा प्राप्त कर इसी क्षेत्र में नौकरी कर अपने घरवालों की आर्थिक मदद करना चाहूंगी।
#एमपीबीओसीडब्लू #क्रिस्प #प्रशिक्षण #कौशलविकास #महिलासशक्तिकरण #श्रमोदयआईटीआई #मध्यप्रदेश #प्रेरणादायककहानी