भोपाल । मप्र में संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार योजना 13 साल बाद दोबारा शुरू होगी। जिसकी तैयारी शुरू हो गई। संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार चयन समिति का गठन किया गया है। होशंगाबाद विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा को सभापति बनाया गया है। समिति में मप्र विस प्रमुख सचिव एपी सिंह को पदेन सदस्य सचिव बनाया है। अन्य 6 सदस्य नियुक्त किए गए। जिनमें 4 विधानसभा सदस्य व प्रिंट मीडिया, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से एक-एक सदस्य है। संसदीय उत्कष्टता पुरस्कारों में अलग-अलग केटैगिरी में 5 पुरस्कार दिए जाएंगे।
मप्र विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष स्व. कुंजीलाल दुबेके जन्म शताब्दी के उपलक्ष्य में 1995 में विस सदस्यों में संसदीय ज्ञान, जागरूकता को बढ़ाने उद्देश्य से संसदीय उत्कृष्टता पुरस्कार योजना प्रारंभ की थी। वर्ष 2008 के बाद से पुरस्कार नहीं दिए गए। वर्तमान अध्यक्ष ने वर्ष 2021 से पुरस्कार योजना में संशोधन के साथ दोबारा प्रारंभ किए जाने का निर्णय लिया। नवंबर-दिसंबर 2021 के सत्र में पुरस्कार दिए जाएंगे। जिसके लिए चयन समिति का गठन हुआ।
इन कैटेगिरी में मिलेगे उत्कृष्टता पुरस्कार
उत्कृष्ट विधायक पुरस्कार पूर्व मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा की स्मृति में दिया जाएगा।
प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री पं. रविशकर शुक्ल की स्मृति में उत्कृष्ट मंत्री पुरस्कार।
उत्कृष्ट संसदीय पत्रकारिता पुरस्कार प्रदेश की प्रथम महिला नेता प्रतिपक्ष जमुना देवी की स्मृति में प्रिंट मीडिया पत्रकार व प्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार माणिकचंद बाजपेयी की स्मृति में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार को मिलेगा।
प्रदेश की प्रथम विस अध्यक्ष पं. कुंजीलाल दुबे की स्मृति में उत्कृष्ट विधानसभा अधिकारी पुरस्कार।
उत्कृष्ट विस कर्मचारी पुरस्कार प्रदेश के प्रथम विस सचिव खंके रांगोले की स्मृति में मिलेगा।